- 28,082 वर्ग मीटर में बनेगा भूड़बराल बस अड्डा,
- 11,848 वर्ग मीटर में बनेगा मोदीपुरम बस अड्डा।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए शहर के बीचोबीच संचालित रोडवेज के दो बस अड्डों को शहर के बाहर स्थानांतरित करने की तैयारी है। फिलहाल भैंसाली बस अड्डे को दो भागों में बांटकर भूडबराल और मोदीपुरम में स्थानांतरित करने के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। भूडबराल, सिवाया, पल्हैड़ा और दुल्हैड़ा गांवों में 39,930 वर्ग मीटर जमीन का अधिग्रहण होगा।
नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत सामाजिक समाघात सर्वे का कार्य पूरा करके अब संबंधित गांवों के लोगों से 60 दिन के भीतर आपत्तियां मांगी गई हैं। इस घोषणा को 43 दिन का समय भी बीत चुका है। अब बस 17 दिन बाकि हैं। इसके बाद उक्त चिह्नित भूमि के अधिग्रहण की अंतिम घोषणा करके अवार्ड निर्धारण का कार्य शुरू किया जाएगा।
बाहर जाएंगे बस अड्डे तो मिलेगी शहर को जाम से मुक्ति: शहर का प्रत्येक मुख्य मार्ग और चौराहा जाम का शिकार है। इसके मुख्य कारणों में से एक कारण रोडवेज के दो बस अड्डों का शहर के बीचोबीच संचालित होना तथा उनसे रोजाना आवागमन करने वाली कई सौ बसें भी हैं। फिलहाल रैपिड रेल का निर्माण कार्य गतिमान है। उसी के माध्यम से दिल्ली रोड स्थित भैंसाली बस अड्डे को भूडबराल और मोदीपुरम में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया की जा रही है।
दोनों बस अड्डों के लिए 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण: इन दोनों बस अड्डों के लिए चार गांवों की कुल 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। अधिग्रहण की नई नीति के तहत धारा चार की घोषणा करके जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक समाघात सर्वे कराया गया। इसके बाद 11 जुलाई को धारा 11 के तहत सभी गांवों और भूमि के खसरा संख्या और क्षेत्रफल की घोषणा करते हुए संबंधित गांवों व भूमि के मालिक किसानों से 60 दिन के भीतर आपत्ति मांगी गई है।
आपत्ति के लिए घोषित 60 दिवस में से 45 दिन बीत चुके हैं। कुछ आपत्तियां भी जिला प्रशासन को प्राप्त हुई हैं। आपत्ति के लिए 15 दिन का समय शेष है। 9 सितंबर के बाद जिला प्रशासन आपत्तियों का निस्तारण करेगा और भूमि के अधिग्रहण की अंतिम घोषणा कर देगा। जिसके बाद भूमि को अधिग्रहण से मुक्त करने की बात नहीं होगी। केवल भूमि के अवार्ड पर बात होगी।
भूड़बराल में बड़ा और मोदीपुरम में छोटा बस अड्डा: भूडबराल में 28,082 वर्ग मीटर भूमि में बस अड्डे का निर्माण होगा। जबकि मोदीपुरम में 11,848 वर्ग मीटर भूमि में बस अड्डे का निर्माण कराया जाएगा। भूडबराल बस अड्डे के लिए के लिए केवल भूडबराल गांव के 9 खसरों की भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। जबकि मोदीपुरम में सिवाया, पल्हैड़ा और दुल्हैड़ा गांवों कुल 13 खसरों की जमीन ली जाएगी।
बाद में आएगा सोहराबगेट बस अड्डे का नंबर
भैसाली बस अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण होते ही सोहराबगेट बस अड्डे के स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके लिए गढ़ रोड़ पर काली नदी से आगे जमीन अधिग्रहण की तैयारी है। इस अड्डे के शिफ्ट होते ही शहर से जाम की समस्या आधे से ज्यादा खत्म हो जाएगी।
ट्रांसपोर्ट नगर में फंसा है पेच
महायोजना 2021 में ट्रांसपोर्ट नगर को भी शहर से बाहर शिफ्ट करने की योजना थी। इस पर काम भी हुआ, लेकिन जमीन अधिग्रहण से पहले उसकी कीमत को लेकर मामला फंस गया। वहीं ट्रांसपोर्टर भी शहर से बाहर जाने को खासे उत्साहित नजर नहीं आ रहे हैं। शासन और प्रशासन के ढुलमुल रवैये से ट्रांसपोर्ट नगर का पेच अभी तक फँसा हुआ है। जबकि यदि ट्रांसपोर्ट नगर शहर से बाहर हो जाए तो शहर की जाम की समस्या ही नहीं बल्कि सड़कों की हालत भी सुधर जाएगी। क्योंकि ओवरलोड ट्रक शहर के बाहरी सड़कों के साथ ही भीतर के रास्तों से भी ट्रांसपोर्ट नगर तकि पहुंचते हैं। जिस कारण न केवल जाम लगता है, बल्कि सड़कें भी बनने के साथ टूटने लगती हैं।
फिलहाल भैंसाली बस अड्डा को दो स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। दोनों स्थानों पर बस अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। जल्द यह पूरी होगी और बस अड्डों का निर्माण शुरू होगा। इससे शहर को जाम से राहत मिलेगी। ट्रांसपोर्टनगर पर भी बात चल रही है। – दीपक मीणा, जिलाधिकारी