शारदा रिपोर्टर मेरठ। केंद्र सरकार के मंगलवार को पेश किए गए बजट को लेकर शहर के व्यापारियों ने मलीजुली प्रतिक्रिया दी। किसी ने कहा कि बजट बेहतर है और व्यापारियों को कुछ बेहतर मिला है। लेकिन किसी ने कहा कि बजट में पूरी तरह व्यापारियों को उपेक्षित रखा गया है।
उद्योग व्यापार मंडल प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल ने कहा कि वित्तमंत्री द्वारा पेश किए गए बजट में व्यापारियों को कोई सहूलियत नहीं दी गई है। बजट पूरी तरह राजनीतिक है। आम ग्रहणी की रसोई पर लगातार बोझ बढ़ रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य का भी ध्यान नहीं रखा गया है। व्यापारी जगत में घोर निराशा है। रिटेल मार्किटिंग का काम कर रहे छोटे दुकानदारों का बिल्कुल भी खयाल नहीं रखा गया है।
आॅल इंडिया टेन्ट डीलर्स वेलफेयर आॅगेर्नाइजेशन के अध्यक्ष विपुल सिंघल ने कहा की देश के 10 लाख से ज्यादा टेंट व्यवसाईयों को उम्मीद थी कि बेटी की शादी में टेंट / मंडप पर लगने वाले 18% की टैक्स की दर को घटाकर 5% कर दिया जाएगा। टेंट व्यवसायी मायूस है। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ की कहावत को पूर्ण करने के लिए बेटी की शादी पर लगने वाले टैक्स पर छूट की मांग लम्बे समय से टेन्ट व्यवसायी करता चला रहा है।
सराफा व्यापार एसोसिएशन नीलगली के महामंत्री दिनेश रस्तोगी का कहना है कि बजट में सरकार द्वारा सोने पर कस्टम ड्यूटी कम करने से सोने की स्मगलिंग पर लगाम लगेगी। ग्राहक को सोना कम दामों में मिलेगा।