शारदा रिपोर्टर मेरठ। सोमवार को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आॅफ इंडिया के दर्जनों सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान छत्तीसगढ़ के आरंग इलाके में महानदी के पुल पर मॉब लिंचिंग के द्वारा हत्या किए जाने और देश में मॉब लिंचिग की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने की मांग की गई।
सदस्यों ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश कार्यकारणी प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल मुईद हाशमी के निर्देश पर प्रदेश के सभी जनपद मुख्यालय पर डीएम कार्यालय के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञापन के द्वारा बताया गया कि, उत्तर प्रदेश के रहने वाले सद्दाम कुरैशी, उसके चचेरे भाई गुड्डू खान, चांद मियां खान को के लिए सख्त त्वरित कार्यवाही के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि साल 2014 में ऐसे 3 मामले आए और उनमें 11 लोग जख्मी हुए। जबकि, 2015 में अचानक ये बढ़कर 12 हो गए। इन 12 मामलों में 10 लोगों को पीट-पीट कर मार डाला गया।
जबकि 48 लोग जख्मी हुए। इसके अलावा 2018 में गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी की वारदातें दोगुनी हो गई हैं। 24 ऐसे मामलों में 8 लोगों को अपनी जानें गंवानी पड़ीं। 2017 में तो गोरक्षा के नाम पर गुंडई करने वाले बेकाबू ही हो गए। 37 ऐसे मामले हुए जिनमें 11 लोगों की मौत हुई।
जबकि 152 लोग जख्मी हुए। बताया कि देश में मॉब लिंचिग की इन घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए 2018 में तत्कालीन सीजेआई दीपक मिश्रा ने कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं कानून के शासन और संविधान के मूल्यों को नीचे दिखाने की कोशिश है और ऐसी घटनाओं को किसी भी सूरत में रोकना ही होगा। वरना इससे अराजकता बढ़ जाएगी और यह किसी महामारी की तरह देश को खत्म कर देगी।
अभी पिछले 30 दिनो में मॉब लिंचिग की 8 से ज्यादा घटनाएं सामने आई है। जिनमें 8 से ज्यादा लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी है।मॉब लिंचिंग मानव गरिमा का उल्लंघन है, साथ ही यह संविधान के अनुच्छेद-21 और मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा का भी उल्लंघन है। इन घटनाओं पर अंकुश लगाना चाहिए।