Home CRIME NEWS बंटवारा भी काम न आया, अपराधों से शहर थर्राया

बंटवारा भी काम न आया, अपराधों से शहर थर्राया

0
aparaadhon se shahar tharraaya
  • लोहियानगर थाना बनने के बाद भी अपराध बेलगाम
  • लिसाड़ीगेट और लोहियानगर में बहुत आसान हो गया किसी की जान लेना !

ज्ञान प्रकाश

मेरठ। सरकार लाख दावा करे कि अपराधों पर कंट्रोल कर लिया गया है जो सिर्फ कागजी दिख रहा है। क्रांतिधरा के दो थानों लिसाड़ीगेट और लोहिया नगर में अपराध के नाम पर बेखौफ हत्याओं की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा जिस दिन किसी न किसी की बेवजह जान न ली जा रही हो। अकेले जून के महीने में अब तक एक दर्जन के करीब लोगों की नृशंस हत्याएं हो चुकी है।

मेरठ में पहले लिसाड़ी गेट अपराधों के लिए बदनाम था और यही कारण था पुलिस अधिकारियों का पूरा फोकस इसी थाने के बदमाशों पर रहता था। अब लिसाड़ी गेट की जगह लोहिया नगर थाने ने ले ली है। इस थाना क्षेत्र में हत्याओं का दौर जोर पकड़ रहा है। इस थाने को बनाने का उददेश्य यह था कि लिसाड़ीगेट थाने पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सके।

इस थाने में खरखौदा और लिसाड़ीगेट थाने के क्षेत्र को काट कर लोहिया नगर थाना बनाया गया था। जब से इस थाने की स्थापना हुई है तब से अपराध कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। चोरी और लूट की वारदातों के अलावा मर्डर करने में बदमाश कोई मौका नहीं गंवा रहे है। जिस तरह से हत्याओं का दौर शुरु हुआ है उससे साफ लग रहा है कि बदमाशों के दिल में पुलिस का खौफ नहीं है। अगर ऐसा नहीं है तो जाकिर कालोनी में दिनदहाड़े एक पे्रमिका को लेकर समीर की ऐलानिया हत्या अमीरुद्दीन ने कर दी होती। मर्डर से दो दिन पहले अमीरुद्दीन ने ऐलान किया था कि या तो तुम मेरा मर्डर करोगे नहीं तो मैं तुम्हारा मर्डर कर दूंगा। इससे क्षेत्र को पता लगेगा कि कौन बड़ा बदमाश है।

बदमाशों का बेखौफ अंदाज तो देखिए सरेआम नाई की दुकान पर बैठे युवक की हत्या कर दी जाती है। गुस्साई भीड़ बाद में आरोपियों को पकड़ कर धुन देती है। बाद में पुलिस बाकी बदमाशों के पैर में गोली मार देती है। हत्याओं के पीछे जो कारण सामने आ रहा है वो मामूली रंजिश है जिसे आपस में बैठ कर भी निपटाया जा सकता था। एसएसपी रोहित सिंह सजवान का भी कहना है कि लोगों की सहन शक्ति कम हो रही है और इसी कारण से हत्या की वारदातें हो रही है। आरोपियों को पकड़ा भी जा रहा है। इसी तरह लोहिया नगर थाना क्षेत्र में स्वीमिंग पुल में हिस्ट्रीशीटर अरशद की हत्या हुई थी।

यूपी पुलिस के सिपाही के 6 साल के मासूम बेटे का अपहरण कर और फिर 50 लाख की फिरौती मांग की गई थी। फिरौती की रकम नहीं मिलने पर बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। 6 साल का पुनीत सुबह घर के बाहर खेलते समय लापता हुआ था।

ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में शक्ति पेट्रोल पंप के पीछे इंदिरा नगर में महिला सुनीता मिश्रा की हत्या कर दी गई थी।

खरखोदा थाना क्षेत्र के पांची गांव के बाग में दो युवको मनोज और मोंटी की बेल्ट से गला दबा कर हत्या की गई थी।

नौचंदी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ढवाई गली नंबर 3 में समीर ने अपनी पत्नी गुलफसा की हत्या कर दी थी।

गाजियाबाद के भट्टा व्यापारी योगेंद्र की सिवाया क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोपी विकास ने बताया था कि उसने योगेंद्र की हत्या कर शव को मेरठ के दौराला थाने के गांव सिवाया में गड्ढे में दबा दिया था।

जानी थाना क्षेत्र के धोलड़ी गांव में रहने वाले पिता और पुत्र की मोदीनगर के निवाड़ी गांव में मामूली कहासुनी में हत्या कर दी गई थी।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here