Friday, August 15, 2025
Homeउत्तर प्रदेशMeerutमेरठ साउथ स्टेशन पर बनी सबसे बड़ी पार्किंग

मेरठ साउथ स्टेशन पर बनी सबसे बड़ी पार्किंग

  • एक बार में खड़े हो सकेंगे लगभग 1200 वाहन,
  • ई-वाहनों की चार्जिंग की भी होगी सुविधा।

शारदा रिपोर्टर

मेरठ। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश में मेरठ साउथ स्टेशन पर सबसे बड़ी पार्किंग बनाई जा रही है। इस स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों पर दो पार्किंग बनाई जा रही हैं, जिनका निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। मेरठ साउथ स्टेशन पर जल्द नमो भारत ट्रेनों में सफर करने की सुविधा उपलब्ध होगी।

इस स्टेशन पर लगभग 13000 स्क्वायर मीटर के क्षेत्रफल में दो पार्किंग बनाई जा रही है। इन दोनों पार्किंग में लगभग 1200 चौपहिया और दुपहिया वाहनों के खड़ा करने की व्यवस्था होगी। इन दोनों पार्किंग में आॅटो रिक्शा खड़े करने की भी सुविधा उपलब्ध होगी। इस स्टेशन पर मेरठ और दिल्ली दोनों ओर से आने वाले वाहनों के लिए स्टेशन में पिकअप और ड्रॉपआॅफ की सुविधा के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। स्टेशन को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि मेन रोड से आने वाले वाहन आसानी से यात्रियों को स्टेशन पर उतार व चढ़ा सकेंगे।

इसके साथ ही यहां पर दिव्यांग यात्रियों के आवागमन को ध्यान में रखते हुए अलग से उनके वाहन खड़े करने का स्थान निर्धारित किया गया है और स्टेशन में आसान प्रवेश के लिए रैम्प भी बनाए गए हैं, ताकि उन्हें नमो भारत ट्रेन में यात्रा के लिए किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

इन पार्किंग में यात्रियों के इलैक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए विशेष तौर पर ईवी चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे। नमो भारत ट्रेन में यात्रा के दौरान ही यात्री अपने ई-वाहनों को स्टेशन पर चार्जिंग कर पाएंगे। इससे ई-वाहन धारकों के लिए वाहन चार्जिंग करना बेहद आसान हो जाएगा। यहां दुपहिया और चौपहिया दोनों प्रकार के ई-वाहनों को चार्ज करने की सुविधा मिलेगी। वर्तमान में आरआरटीएस कॉरिडोर पर साहिबाबाद से लेकर मोदी नगर नॉर्थ तक 34 किमी के सेक्शन में नमो भारत ट्रेनों का संचालन जारी है। इस सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदी नगर साउथ और मोदी नगर नॉर्थ कुल आठ स्टेशन हैं और इन सभी स्टेशनों पर पार्किंग की व्यवस्था है, लेकिन मेरठ साउथ स्टेशन पर आरआरटीएस कॉरिडोर की सबसे बड़े पार्किंग होगी।

यह स्टेशन मेरठ के बार्डर पर है, जिसके संचालित होने से मोहिउद्दीनपुर, भूडबराल, बहादुरपुर, अमीनगर, छज्जुपुर, खरखौदा और कादराबाद समेत आसपास के अन्य इलाकों में रहने वाले लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी। मेरठ साउथ से नमो भारत ट्रेनों का संचालन आरंभ होने से लोग लगभग 30 मिनट में दिल्ली पहुंच सकेंगे।

साउथ स्टेशन से रेपिड के साथ मेट्रो का भी संचालन

आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ साउथ स्टेशन, मेरठ क्षेत्र का पहला स्टेशन होगा। इस स्टेशन पर आरआरटीएस ट्रेनों के साथ ही मेरठ क्षेत्र के लिए मेट्रो सेवाएं भी संचालित होंगी। यहां आरआरटीएस ट्रेनों के लिए 2 ट्रैक बनाए गए हैं और मेरठ में स्थानीय मेट्रो सेवा एमआरटीएस ट्रेनों के संचालन हेतु एक ट्रैक बनाया गया है। इस स्टेशन पर कुल 3 ट्रैक और 3 प्लैटफार्म बनाए जा रहे हैं। इस स्टेशन में ग्राउंड, मैजनीन, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म, कुल तीन लेवल होंगे। इस स्टेशन की लंबाई लगभग 215 मीटर, चौड़ाई लगभग 36 मीटर और ऊंचाई लगभग 22 मीटर है।

रेपिड के चार स्टेशन होंगे मेरठ में

दिल्ली से मेरठ तक कुल 13 स्टेशन होंगे, जिनमें 4 स्टेशन मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम डिपो आरआरटीएस स्टेशन होंगे, जहां नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध होंगी, जबकि अन्य स्टेशन मेरठ मेट्रो के स्टेशन होंगे, जहां सिर्फ मेट्रो सेवा ही मिलेगी, नमो भारत ट्रेनें इन स्टेशनों को नॉन स्टॉप पार करती हुई आगे बढ़ेंगी।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Recent Comments