सहारनपुर। जनपद में खेड़ामुगल के बीरपुर गांव के जंगल में एक युवक का शव पेड़ पर फंदे से लटका मिला। पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है, जबकि परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया है।
मायापुर गांव निवासी सुशील का पुत्र राजन (22) बीरपुर गांव स्थित गन्ना कोल्हू पर मजदूरी करता था। रोज की तरह वह रविवार को घर से काम पर गया था। सोमवार की सवेरे खेतों पर जाने वाले ग्रामीणों ने उसका शव एक आम के बाग में पेड़ पर रस्सी के फंदे पर लटका देखा।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाते हुए पूछताछ की। इस दौरान जानकारी होने पर मृतक के परिजनों के साथ ही काफी संख्या में ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। पिता सुशील ने उसकी हत्या की आशंका जताई है।
उधर, मृतक के दलित बिरादरी का होने के चलते देवबंद और झबरेड़ा (उत्तराखंड) से भीम आर्मी के सुशील पाटिल, तीरथ पाल, प्रमोद महाजन, मुकेश, मंडल उपाध्यक्ष आलोक आदि कार्यकर्ता घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए।
देवबंद मंडल अध्यक्ष दीपक बौद्ध का आरोप था कि रंजिश के चलते राजन की हत्या कर उसकी लाश को यहां लाकर लटकाया गया है। पुलिस को पूछताछ के आधार पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज करते हुए हत्यारोपियों की गिरफ्तारी करनी चाहिए। वहीं, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र गौतम का कहना है कि शुरूआती जांच में ये आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि चार दिन पूर्व दबंग किस्म के कुछ लोगों ने मृतक राजन के साथ जमकर मारपीट की थी। जिसमें वह घायल हुआ था। हालांकि मारपीट करने की वजह क्या रही। इसको लेकर गांव में तरह तरह की चचार्एं भी हो रही हैं।
राजन की मौत के पीछे प्रेम प्रसंग भी एक कारण हो सकता है। पुलिस को शुरूआती जांच में ये जानकारी मिली है। इस बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है। लेकिन अभी इसको लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने राजन का मोबाइल कब्जे में लिया है।
जिस पेड़ पर राजन का शव लटका मिला उस पर किसे के ऊपर चढ़ने के पैरों के निशान मिले हैं। राजन के पैर भी जमीन से मिले हुए थे और दोनों घुटने हल्के मुड़े हुए थे। इसको देखकर ही राजन की हत्या करने की आशंका जताई जा रही है।