नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि उनका मंत्रालय विभिन्न सड़क निर्माण-संबंधित परियोजनाओं के लिए बोलियों के चयन को सदियों पुरानी कम से कम लागत वाली चयन प्रक्रिया के स्थान पर गुणवत्ता-सह-लागत आधारित प्रणाली को अपनाएगा।
इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि इसका मकसद देश में बुनियादी ढांचे से संबंधित विभिन्न कार्यों की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
गडकरी ने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करते समय सड़क इंजीनियरिंग समाधान का ध्यान रखा जाना चाहिए।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा, ‘‘ सड़क मंत्रालय विभिन्न परियोजनाओं के लिए जल्द ही कम लागत वाली बोली प्रक्रिया के बजाय गुणात्मक निविदा प्रक्रिया अपनाएगा….’’
गडकरी ने कहा कि देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के लिए सड़क संबंधी खराब इंजीनियरिंग सबसे अधिक जिम्मेदार है।
उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि हाल ही में देश में सात सड़कों का सड़क सुरक्षा ऑडिट किया गया था। अकेले पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लगभग 57 इंजीनियरिंग संबंधी कमियां पाई गईं, जबकि अन्य सड़क परियोजनाओं में कुछ खामियां सामने आईं।