मेरठ। मेरठ विकास प्राधिकरण दिल्ली रोड स्थित संजय वन में विकास कार्य कराकर इसे जल्द ही पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रहा है। अप्रैल माह में रैपिड रेल का ट्रायल और तत्पश्चात इसके नियमित रूप से चलने क बाद बाहर से आने वाले यात्रियों को यहां अलग अहसास मिलेगा। मेडा ने इसके लिए पर्यटन विभाग से तैयार डिजाइन भी मांगा है। इस पूरे प्रोजक्ट पर करीब पचास लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है।
गौरतलब है कि परतापुर से मोदीपुरम तक रैपिड रेल कॉरीडोर विकसित किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में दिल्ली, गाजियाबाद से भी लोग मेरठ पहुंचेंगें। मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय के अनुसार बाहर से आने वाले लोगों को संजय वन में अलग अनुभव की सौगात देने की तैयारी है। शहर में संजय वन को भी अपग्रेड करने की तैयारी है, इसके तहत संजय वन में बेंच, वॉकिंग ट्रैक विकसित किया जाएगा। यहां लोग बैठकर प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकेंगे। गगोल तीर्थ भी बनेगा आध्यात्मिक का केंद्र, ऋषि विश्वामित्र की तपोस्थली गंगोल तीर्थ को आध्यात्मिक चेतना के केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि ऋषि विश्वामित्र की यह तपोस्थली रही है। भगवान श्रीराम और लक्ष्मण यहां असुरों का वध करने आए थे।
मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय का कहना है कि गंगोल तीर्थ के कुंड में पानी पर काई जम जाती है। ऐसे में ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि पानी रिसाइकल होता रहे। अभी इसमें पानी भरना पड़ता है। इस पर भी काम शुरू किया जाएगा। यहां योग-ध्यान के अंतर्गत संकेतक और प्रतिमाएं भी स्थापित करने का प्रस्ताव है।