– सीएम योगी ने आईजीआरएस में मेरठ पुलिस की खराब रैंकिंग पर भी नाराजगी जताई
मेरठ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरठ में पिछले सप्ताह एक किसान द्वारा आत्मदाह के मामले में नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इस मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने किसान जगबीर सिंह गुर्जर द्वारा आत्मदाह के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए थी। किसान को कहीं और जमीन दी जानी चाहिए थी और किसान को फसल काटने का मौका दिया जाना चाहिए था।
उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि जो लोग भी इसके लिए उत्तरदायी हैं उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने पाए। मेरठ की मवाना तहसील में पांच जनवरी की दोपहर अलीपुर मोरना गांव निवासी किसान जगबीर गुर्जर ने अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। इसमें वे बुरी तरह से झुलस गए थे। अगले दिन उनकी निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जगबीर के परिजनों का आरोप था कि उनकी जमीन पर वन विभाग ने अवैध कब्जा किया है। 4 जनवरी को उनकी गेहूं की फसल को नष्ट कर दिया गया। जिससे नाराज होकर जगबीर ने आत्मदाह कर लिया। मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस में खराब रैंकिंग के लिए भी अफसरों के पेंच कसे।
उन्होंने मेरठ की सबसे खराब रैंकिंग पर नाराजगी जाहिर की। मेरठ आईजीआरएस के निस्तारण के मामले में सबसे खराब 10 जिलों में शामिल है। मुख्यमंत्री ने सुधार लाने के निर्देश दिए। इस बारे में अफसरों का कहना था कि हाल ही में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के कई अफसरों के स्थानांतरण हुए हैं। उनके स्थान पर नए अधिकारी आए हैं इस लिए आईजीआरएस की मानीटरिंग ठीक से नहीं हो पाई।
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