मेरठ। लगातार बढ़ रही सर्दी से लोग परेशान हैं, इस समय आम बड़ी संख्या में आम जनता जुकाम, खांसी और बुखार के साथ ही अस्थमा की समस्या भी जूझ रही है। सर्दी का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है।
रोजना मेडिकल में तीन से चार हजार मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। इनमें से अधिकांश मरीज इन्हीं बीमारियों के हैं। दूसरी तरफ, खांसी लंबे वक्त तक आ रही है जो गले में घाव का कारण भी बन रही है। साथ ही ठंड के बचाव के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हीटर और ब्लोवर से आॅक्सीजन की कमी और आंखों में सूखापन आ रहा है। वहीं जिला अस्पताल के ईएनटी डा. बीपी कौशिक ने बताया कि इन दिनों वायरल में बुखार से साथ खांसी भी हो रही है। बुखार ठीक होने के बाद खांसी लंबे वक्त आ रही है। लंबी खांसी की वजह से मरीजों के गले में घाव हो रहा है। इससे खाना खाने, पानी पीने और सांस लेने में भी समस्या हो रही है।
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. लोकेश कुमार ने बताया कि अस्पताल में आंखों की समस्या लेकर अधिक मरीज आ रहे हैं। यह समस्या रात में ब्लोवर और हीटर चलाने से भी हो रही है। कुछ लोग रात में हीटर और ब्लोवर चलाकर सो जाते हैं। इससे कमरे में आॅक्सीजन की कमी हो रही है। ऐसे में सांस फूलने की समस्या और गला सूख रहा है। इसके अलावा आंखों में सूखापन और खुजली की समस्या बन रही है।
जबकि मेडिकल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. नवरत्न ने बताया कि इन दिनों बच्चों की सांस के साथ खुर-खुराहट बनी रहती है। कुछ बच्चों में आगे चलकर यह समस्या अस्थमा बन सकती है। हालांकि, इलाज से यह समस्या ठीक हो जाती है।