टीम इंडिया ने आज से पहले दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में कभी मैच नहीं जीत पाई थी लेकिन इस बार गेंदबाजों के खतरनाक तेवरों के कारण टीम इंडिया को सात विकेट से जीत हासिल करने में मदद मिली।
इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के एडम मार्करम के विकट परिस्थितियों में लगाए गए शानदार शतक के दम पर टीम इंडिया को 79 रनों की लीड दी जिसे भारत ने यशस्वी जायसवाल की धमाकेदार शुरुआत से जीत दर्ज कर ली। इस मैच की खास बात यह रही कि भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने आठ और मौहम्मद सिराज ने सात विकेट लिये। वहीं दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कैगिसो रबाडा ने मैच में सात विकेट लिये।
दक्षिण अफ्रीका का दौरा भारत के लिये हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। पहले मैच में एक पारी 31 रनों से हारने के बाद टीम इंडिया पर सीरीज हारने का खतरा मंडरा रहा था। केपटाउन में किसी भी एशियाई टीम ने मैच नहीं जीता था। भारत की इस ऐतिहासिक जीत के लिये गेंदबाजों सिराज ने पहली पारी में छह विकेट लेकर अफ्रीका को 55 रनों में ढेर करने में अहम रोल अदा किया था। बुमराह को दो विकेट मिले थे। पहली पारी में भारत ने अजीबोगरीब खेल खेलते हुए 153 रन बनाये। एक समय टीम इंडिया का स्कोर चार विकेट खोकर 153 रन बनाये थे और बाकी के छह खिलाड़ी 11 गेंदो में पैवेलियन लौट गए थे। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 176 रनों पर ढेर हो गई थी। इतने रन भी न बनते अगर एडम मार्करम 106 रन न बनाते। टीम के कप्तान डीन एल्गर ने मैच के बाद सन्यास ले लिया।
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने खतरनाक गेंदबाजी करते हुए छह विकेट लिये। मुकेश कुमार ने दो विकेट लेकर टीम की नींव उखाड़ दी थी। इस मैच के साथ कई रिकार्ड भी जुड़ गए। क्रिकेट के 146 सालों के इतिहास में यह मैच सबसे छोटा मैच बन गया। मैच में सिर्फ 642 गेंदे ही फेंकी गई। इस मैच ने यशस्वी जायसवाल जैसा शानदार स्लिप फील्डर भी दिया। इस युवा खिलाड़ी ने चार शानदार कैच भी लिये। मौहम्मद सिराज को मैच में शानदार सात विकेट लेने के कारण मैन आफ दी मैच चुना गया।
डीन एल्गर ने कहा भी कि यह मैच कहीं से भी हमारे लिए आसान नहीं था। भारतीय टीम ने यहां की परिस्थितियों का प्रयोग करते हुए काफी बढ़िया प्रदर्शन किया। हालांकि इस मैच में हमारे लिए कई सकारात्मक चीजें भी थीं। इस सीरीज में हमारे युवा खिलाड़ियों ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है। विराट कोहली ने डीन एल्गर को एक जर्सी गिफ्ट किया है। एल्गर के लिए यह टेस्ट उनके करियर का आखिरी टेस्ट था। दूसरी पारी में जब एल्गर आउट हुए थे तो कोहली ने उन्हें गले लगाते हुए अलविदा कहा था। मैन आफ दी सीरिज का खिताब जसप्रीत बुमराह और डीन एल्गर को दिया गया।