शारदा न्यूज़, मेरठ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक धनंजय जी ने पी एल शर्मा रोड स्थित गैलेक्सी के कार्यालय में हुई बैठक में आरएसएस के बारे में जानकारी दी। कहा संघ को जानने की प्रक्रिया है। दो हजार साल के इतिहास में भारतीय अर्थव्यवस्था का 30 प्रतिशत स्थान था। 1947 में गिरकर एक प्रतिशत रह गया।
पांच सौ साल पहले गोल्डन पीरियड था। हजार साल तक लूटपाट चलती रही।सिकंदर आया उसे भगा दिया गया। बर्बर लोग भी आए और लुटते रहे। शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह ने भी कोशिश की। केशव राव का प्रवेश हुआ। सात साल के बच्चे 1889 में विक्टोरिया काल की मिठाई फेंक दी। 1925 विजय दशमी के दिन संघ की शुरुआत की। 80 हजार स्थानों पर शाखा होती है। साठ देशों में शाखा चलती है। एक घंटे के लिए लोग मिलते है। चर्चा करते है और अभ्यास करते है। 1857 और 1915 में अंग्रेजों के खिलाफ अभियान चलाया गया लेकिन सफल नहीं हुए। 1500 लोगो को भर्ती किया गया था अंग्रेजों से लड़ने के लिए। इसमें सफल नही हुए तो केशव कुमार ने फिर योजना बनाई। उन्होंने कहा संघ सिखाता है राष्ट्र हमारा है। इस देश का दर्शन हिंदू है। संघ हिंदू के समर्थक है। संघ मुस्लिम और ईसाई के खिलाफ नही है। संघ पूजा को लेकर भेद नहीं करता।