मुंबई। एशियाई बाजारों के सुस्त रुख और अमेरिकी फेडरल बैंक के ब्याज दर के फैसले से पहले निवेशकों के सतर्क रहने से घरेलू बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट आई।
खुदरा मुद्रास्फीति में एक बार फिर तेजी आने और उसके नवंबर में बढ़कर तीन महीने के उच्चस्तर 5.55 प्रतिशत पर पहुंचने का असर भी घरेलू बाजारों पर पड़ा।