एजेंसी, नई दिल्ली: संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि हमले के कुछ घंटों बाद ही वह श्रीनगर पहुंच गए थे। संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा हो रही है। इस बीच देश के गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में जानकारी दी। विपक्षी दल इस दौरान संसद में लगाता हंगामा कर रहा था. इस बीच अमित शाह ने विपक्ष से सवाल करते हुए कहा कि आप पूछ रहे थे कि पहलगाम हमले के बाद सिर्फ राहुल गांधी ही मौके पर पहुंचे थे। इस पर मैं ये पूछना चाहता हूं कि आपकी आंख कौन से चश्मे से देख रही हैं. 1 बजे हमला हुआ था और शाम 5 बजे मैं श्रीनगर उतर चुका था।
अमित शाह के बयान देने के बाद विपक्षी दलों का हंगामा और बढ़ गया. तभी उन्होंने कहा कि सुनो-सुनो सुनना पड़ेगा. ऐसे नहीं चलेगा. मैंने भी आपकी बातें सुनी है, इसलिए आपको भी मेरी बात सुनी पड़ेगी. अमित शाह ने बताया कि हमले के 1 दिन बाद 23 अप्रैल को सुरक्षा बलों के साथ बैठक की. हम लोगों ने तय किया की कोई पाकिस्तान भाग नहीं पाए.
अमित शाह ने साझा की महत्वपूर्ण जानकारी
संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले पर जानकारी दी कि हमने 1055 लोगों से 3000 घंटे से ज्यादा की पूछताछ की. इस दौरान मृतकों के परिजनों, चश्मदीदों, और संभावित सहयोगियों से विस्तार में बातचीत की गई. पूछताछ की बारीकियों के आधार पर आतंकियों के स्केच तैयार किए गए और सूचनाओं को जोड़ते हुए उन लोगों तक पहुंचा गया जिन्होंने आतंकियों को शरण दी थी. गृह मंत्री नेपहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों से अपनी मुलाकात का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने सामने एक महिला को खड़ा देखा, जो अपनी शादी के 6 दिन बाद ही विधवा हो गई थी मैं उस दृश्य को कभी नहीं भूल सकता. अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन्हें भेजने वालों को मारा, और आज हमारे सुरक्षा बलों ने उन लोगों को भी मारा जिन्होंने हत्याएं की थीं।