– एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष ने जताई आशंका
– कहा: उनकी पार्टी दलित पार्षदों के साथ, भाजपा अब बनाना चाहती है हिंदु-मुस्लिम विवाद
शारदा न्यूज रिपोर्टर
मेरठ। आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर नगर निगम प्रकरण को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि उन्हें आशंका है कि भाजपा द्वारा बोर्ड बैठक की वीडियो फुटेज से भी छेड़छाड़ कर साक्ष्य मिटा दिए गए होंगे।
इमरान अंसारी व पार्षदों ने बताया कि 30 दिसम्बर नगर निगम बोर्ड की बैठक में जो घटनाक्रम हुआ है, उस पूरे घटना क्रम की निष्पक्ष जांच हो जानी चाहिये। बोर्ड मीटिंग के दौरान नगर निगम द्वारा बोर्ड मीटिंग की वीडियोग्राफी में झूठ और सच सब छुपा है। वीडियो की जांच हो तथा वीडियो को मीडिया के लिए सार्वजनिक किया जाये।
उन्होंने कहा कि जानकारी ऐसी भी है कि शायद सदन की वीडियो ग्राफी के साथ छेड़-छाड़ या बहुत कुछ वीडियो से हटा दिया गया हो। नगर निगम बोर्ड बैठक 30 दिसम्बर 2023 के दिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा दलितों पर किये गये अत्याचार को छुपाने के लिए भाजपा नेता विवाद को, हिन्दू-मुस्लिम बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
हमारी पार्टी के पार्षद दलित पार्षदों पर हुए अत्याचार के खिलाफ, पार्षदों के साथ कांधे से कांधा मिलाकर उनके साथ खड़े हैं। हमारा मजहब, हमारा दिल किसी महिला के अपमान की इजाजत नहीं देता। भाजपा के लोग बेवजह हमें और मुसलमान का नाम लेकर बदनाम कर रहे हैं। उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। हमारा गुनाह बस इतना है कि हम दलित पार्षदों के साथ पहले दिन से खड़े हैं।
फजल करीम ने कहा कि भाजपा महिला पार्षद हमारी बड़ी बहन हैं वो भी जनप्रतिनिधि हैं और हम भी जनप्रतिनिधि हैं। आपका सम्मान हमारी बहन जैसा सम्मान है। आज भी सम्मान करते हैं कल भी सम्मान करेंगे। हमारे बीच में भी हमारी बहन महिला पार्षद मौजूद हैं नैतिकता से कोई समझौता नहीं होना चाहिये ।
इस दौरान पार्षद फजल करीम, रिजवान अंसारी, शाहिद अंसारी, दिलशाद सैफी, महसर गुड्डू अंसारी, शमीम हसन, अमजद कस्सार, हसीन अहमद, शब्बीर कस्सार, गुड्डी अफजाल के साथ ही मौ० अनस (पूर्व महापौर प्रत्याशी), फहीम अंसारी, नदीम अंसारी, फहीम बाबू, इरशाद अलमा, शमशाद अंसारी आदि मौजूद रहे।