- आजाद अधिकार सेना ने राज्यमंत्री दिनेश खटीक पर लगाए गंभीर आरोप, डीएम को दिया ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। हस्तिनापुर विधानसभा के ग्राम बेला में 1600 बीघा से अधिक सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जे भूमाफियाओं को संरक्षण देने में स्थानीय सत्ता पक्ष की भूमिका संदिग्ध है। इसलिए राज्य मंत्री जल शक्ति मंत्री दिनेश खटीक की भूमिका की जांच होनी चाहिए। यह कहना था आजाद अधिकार सेना के कार्यकतार्ओं का।

बुधवार को आजाद अधिकार सेना के दर्जनों सदस्यों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए हस्तिनापुर क्षेत्र में जमीन पर हो रहे कब्जे के पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच, अवैध कब्जों की समाप्ति और पीड़ित दलित परिवारों की सुरक्षा की मांग उठाई गई।
प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को अवगत कराया कि लगातार बढ़ते खतरे, दबंगई और धमकियों के कारण ग्रामीण अत्यंत भयभीत हैं और अपने आपको ठगा हुआ सा महसूस कर रहा है। इसलिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेन्द्र सिंह राणा ने कहा कि ग्राम बेला (थाना हस्तिनापुर, तहसील मवाना) में ग्राम समाज की लगभग 600 बीघा और अन्य सार्वजनिक भूमि करीब 1000 बीघा पर कई वर्षों से भूमाफियाओं द्वारा सुनियोजित और संगठित तरीके से कब्जा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, यह पूरा क्षेत्र गंगा कछार का अत्यंत संवेदनशील भू-भाग है, जहां इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर्यावरणीय, सामाजिक और कानूनी दृष्टि से गंभीर अपराध हैं। राणा ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों और क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकतार्ओं ने कई बार संबंधित विश्भार्गो और पुलिस प्रशासन को शिकायतें दीं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि, ग्रामीणों के अनुसार स्थानीय सता पक्ष के प्रभावशाली लोग विशेष रूप से हस्तिनापुर के विधायक एवं राज्य मंत्री जल शक्ति दिनेश खटीक भूमाफियाओं को संरक्षण देने में भूमिका निभाते हुए प्रतीत हो रहे हैं। राजनीतिक दबाव के कारण प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई से बचता दिख रहा है, जिसके चलते अवैध कब्जे दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं।


