– पीवीवीएनएल की ओर से केबल आपूर्ति करने वाली फर्म को नोटिस जारी कर मांगा गया जवाब
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। हरिद्वार की मेसर्स वी मार्क इंडिया लिमिटेड सिड़कुल से खराब क्वालिटी की एलटी केबल ओके रिपोर्ट लगाकर खरीदने के मामले में जांच के बाद एमडी पीवीवीएनएल ईशा दुहन बिजली विभाग के चार अफसरों को निलंबित कर चुकी हैं। अब कार्रवाई के लिए केबल कंपनी का नंबर है। कंपनी की जमानत राशि को जब्त करने और कंपनी को काली सूची में शामिल किए जाने की पीवीवीएनएल प्रबंधन की तैयारी है। इस मामले में दोषी पाए जाने वालों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है।
पीवीवीएनएल की ओर से केबल आपूर्ति करने वाली हरिद्वार की फर्म को दो नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है। एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा था। 23 अगस्त तक कंपनी को अपना पीवीवीएनएल प्रबंधन को जवाब देना है। पीवीवीएनएल प्रबंधन भी केबल सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने के बाद सिर्फ कंपनी के जवाब के इंतजार में है। इसके बाद कपंनी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली। कंपनी को पश्चिमांचल में न सिर्फ ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा, बल्कि जमानत राशि भी जब्त करने की तैयारी है। यूपीपीसीएल चेयरमैन के निर्देश पर केबल के सैंपल जांच के लिए गााजियाबाद, नोएडा और बड़ोदरा प्रयोगशालाओं में जांच कराई तो एबी केबल अधोमानक निकला।
एमडी सख्त, चार अफसरों को कर चुकीं सस्पेड
मुरादाबाद में बिलारी में घटिया केबल ओके रिपोर्ट लगाकर खरीदने और खराब केबल क्षतिग्रस्त होने से बिलारी में बिजली संकट मामले में पहले ही सख्ती करते हुए एमडी ईशा दुहन जांच कराकर चार अफसरों को निलंबित कर चुकी है। प्रारंभिक जांच में एमडी ने पाया था कि एलटी एबी केबल गुणवत्ता कमजोर थी और मानक के अनुरूप नहीं थी, लेकिन फिर भी इसकी आपूर्ति कर ली गई थी। इस मामले में अधिशासी अभियंता विद्युत नगरीय परीक्षण खंड थर्ड गाजियाबाद शेर सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत भंडार खंड मुरादाबाद रोहताश सिंह जंगपंगी, सहायक अभियंता मनोज कुमार, भंडार अधीक्षक अमित कुमार को निलंबित कर दिया था। माना जा रहा कि अब केबल सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद शासन स्तर से अलग से कार्रवाई होगी।