Suffocation due to smoke of firecrackers, pollution put pressure on breathing
  • सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर लगाया था आतिशबाजी पर प्रतिबंध।
  • पटाखों के शोर में गुम हुआ कोर्ट का आदेश।

शारदा न्यूज, मेरठ। सर्दियां शुरू होने से पहले अक्टूबर-नवंबर महिनों में हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित होती है। इसके चलते देश की सर्वोच्च अदालत ने पूरे देश में दिवाली के दिन पटाखे चलाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।‌ लेकिन इन आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में दिवाली की रात खूब आतिशबाजी हुई। इसकी वजह से सोमवार को दिन निकलते ही वातावरण में सांस लेना मुश्किल हो गया।

 

– सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों और छोटे बच्चों को हुई।

मेरठ भी इससे अछूता नहीं रहा। सोमवार सुबह मेरठ का एक्यूआई 250 से 300 के बीच रिकॉर्ड किया गया जो खतरनाक स्तर से ऊपर रहा।

सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र गढ़ रोड का जयभीम नगर इलाका रहा जहां एक्यूआई दोपहर 12:30 तक 250 पर बना रहा। इसके बाद गंगानगर इलाका रहा जहां एक्यूआई 225 तक रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग का कहना है अभी दो-तीन दिन और हालात में सुधार नहीं होगा।

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