मेरठ। जनपद में सोमवार की सुबह धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर अभियान चलाया गया। तय मानक से ज्यादा आवाज पर बजने वाले 11 लाउडस्पीकर को हटा दिया गया। 30 लाउडस्पीकर की आवाज कम करा दी गई है। साथ ही सभी धर्मगुरुओं को थाने में बुलाकर हिदायत दी गई कि धीमी आवाज में लाउडस्पीकर का प्रयोग करें। अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को सुबह एडीजी राजीव सभरवाल, एसएसपी रोहित सजवाण, एसपी सिटी पीयूष सिंह और सभी सर्किल के सीओ ने सुबह चार बजे से लेकर सात बजे तक धार्मिक स्थलों की पड़ताल की। 11 धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में बज रहे लाउडस्पीकर को हटवाया गया। 30 लाउडस्पीकर की आवाज कम कराई गई। साथ ही पांच लाउडस्पीकर को नीचे कराया गया। ऊंचाई में लगने की वजह से आवाज काफी दूर तक जा रही थी।
सूत्रों के मुताबिक, अभी भी 250 से ज्यादा ध्वनि विस्तारक की सीमा इंडस्ट्रियल: यहां ध्वनि का स्तर दिन के समय 75 डेसीबल और रात के समय 70 डेसीबल है। कमर्शियल: यहां पर दिन में 65 डेसीबल और रात में 55 डेसीबल तक की सीमा है।
रेजिडेंशियल: दिन के वक्त ध्वनि का स्तर 55 डेसीबल और रात के समय 45 डेसीबल की सीमा है। साइलेंस जोन: दिन में 50 डेसीबल और रात में 40 डेसीबल तक सीमा है।
धार्मिक स्थल ऐसे हैं, जिनमें तेज आवाज में लाउडस्पीकर बज रहे हैं। जनपद में 900 से ज्यादा मस्जिद हैं, जिन पर लाउडस्पीकर लगे हुए हैं।