मेरठ। गतिरोध तोड़ने की कोशिशों के बाद भी सपा विधायक अतुल प्रधान और डॉक्टरों का विवाद जारी है। आज शनिवार को आईएमए के पदाधिकारी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मिले और चिकित्सकों के उत्पीड़न व अस्पतालों में हंगामे के मामले को उठाया। न्यूटिमा के डायरेक्टर डॉ संदीप गर्ग ने अलग से उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, ऐसे हालात में मरीजों का इलाज करना मुश्किल हो रहा है। सभी का सम्मान है, लेकिन अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉ संदीप गर्ग ने बताया कि उन्होंने न्यूटिमा मामले में उप मुख्यमंत्री से पुलिस कार्रवाई को आगे बढ़ाने की मांग की।
आईएमए अध्यक्ष डॉ संदीप जैन ने बताया कि उप मुख्यमंत्री से सिर्फ न्यूटिमा मामले में ही नहीं बल्कि शहर में डॉक्टरों और अस्पतालों में पिछले 15 सालों में जो घटनाएं हुई हैं, उनके मद्देनजर बात की। उनसे मांग की गई कि हमें मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत सुरक्षा दी जाए और पुलिस कर्मियों को हिदायत दी जाए कि हमारी सुरक्षा करें।
ब्रजेश पाठक ने उन्हें निष्पक्ष जांच के बाद न्यायपूर्ण कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वहीं दूसरी तरफ, अतुल प्रधान ने अस्पतालों के बढ़े हुए बिल के मुद्दे पर शहर में हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया। साथ ही शुक्रवार शाम उन्होंने सपा के महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी के आवास पर पार्षदों के साथ बैठक कर समर्थन मांगा। अतुल प्रधान ने कहा कि उनकी लड़ाई डॉक्टरों से नहीं बल्कि अव्यवस्था से है। यह लड़ाई जारी रहेगी।
वहीं विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि अस्पतालों के अंदर अवैध ढंग से चल रहे मेडिकल स्टोरों, लैबों और गलत बिलों की रोकथाम के लिए लड़ाई जारी रहेगी।
अतुल प्रधान ने बताया कि निजी हॉस्पिटलों में ज्यादा बिल के खिलाफ विश्वविद्यालय और महाविद्यालय एवं सार्वजनिक जगहों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।
शनिवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बाहर निजी अस्पतालों के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत हुई। जिसमें भारी संख्या में छात्र-छात्राओं ने हस्ताक्षर करते हुए अतुल प्रधान की लड़ाई को अपना समर्थन दिया।
क्या है मामला : दौराला क्षेत्र के मवीमी गांव निवासी सोनम की नवजात का गढ़ रो स्थित न्यूटिमा हॉस्पिटल में कई दिनों त इलाज चला था। 7 नवंबर को डॉक्टर उसकी छुट्टी कर दी थी। इलाज के व्ि को लेकर परिजनों और अस्पताल प्रबंधन बीच विवाद हो गया। आरोप था बिल रकम को लेकर सपा विधायक अतुल प्रध और उनके समर्थकों की डॉक्टरों कहासुनी हुई थी। बिना बिल दिए मरीज ले गए थे। इस मामले में अतुल प्रधान अ बच्ची के परिजनों के खिलाफ एफआईआ दर्ज हुई थी, जिसमें चार्जशीट लग चुकी है।