– विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कई बिंदुओं पर मांगी रिपोर्ट
– लगातार मिल रही शिकायतों के बाद जारी किया पत्र


शारदा रिपोर्टर

मेरठ। नगर आयुक्त को नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार मिल रही है। जिनकों लेकर अब नगर आयुक्त ने नगर निगम के सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसनें की तैयारी कर ली है। नगर आयुक्त ने विभागों को पत्र जारी कर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का ब्यौरा तीन दिन में उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया है। नगर आयुक्त के इस कदम से निगम में हड़कंप मच गया है।

नगर निगम के अलग-अलग विभागों में नियुक्त अधिकारियों व कर्मचारियों को लेकर नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा को कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी। शिकायतों में आरोप लगाये जा रहे थे, कि कई विभागों के चतुर्थ श्रेणी और चालक पदों पर तैनात कर्मचारी अब लिपिक बन बैठे हैं। जिसके बाद यह कर्मचारी मोटी वसूली कर धनकुबेर बन गए है। जबकि ऐसे भी दो सगे भाई हैं, जो निगम में चालक के पद पर नियुक्त है लेकिन वह हत्या के आरोप में वांछित हैं। मजे की बात यह है कि यह दोनों भाई निगम के जिन वाहनों पर चालक हैं, वह वाहन रोजाना पचास हजार का तेल पी जाते हैं।

इसी तरह जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने से लेकर हाऊस टैक्स, वाटर टैक्स, सीवर टैक्स के साथ अन्य तरह के टैक्स को लेकर रोजाना बड़ी संख्या में आम आदमी निगम का चक्कर लगाते हैं। लेकिन इन विभागों से जुड़े अधिकरी व कर्मचारी उनकी कोई सुनवाई नहीं करते हैं। यदि किसी को कोई काम कराना होता है, तो उससे मोटा सुविधा शुल्क वसूला जाता है। नगर आयुक्त को निगम के ही दो अपर नगर आयुक्तों के खिलाफ गुप्त रूप से शिकायत मिली है। जिसके बाद नगर आयुक्त ने अब निगम के सभी विभागों में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के कार्य और नियुक्ति संबंधित ब्यौरा तलब किया है।

नगर आयुक्त ने पत्र जारी का सभी विभागों से तीन दिन में ब्यौरा उपलब्ध करानें के साथ कर्मचारियों का पटल और उस पर कब से तैनात हैं आदि बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। माना जा रहा है कि लंबे समय से अपनी सीटों पर जमे मठाधीशों को अब उनकी कुर्सी से हटाने के साथ ही कुछ को उनके मूल पदों पर वापस भेजा जाएगा। इसी आशंका के चलते निगम कर्मचारियों में हड़कंप मचा है।

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