नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के लोकप्रिय गरबा नृत्य को यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची’ में शामिल किए जाने की प्रशंसा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह देश की संस्कृति की सुंदरता और लचीलेपन के लिए सम्मान है।
यूनेस्को ने गुजरात के पारंपरिक गरबा नृत्य को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची’ में शामिल करने के लिए स्वीकृति दी है।
शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘गरबा सदियों पुरानी एक नृत्य कला है जो अपने लयबद्ध सामंजस्य से समुदाय को एक साथ लाता है। अमूर्त विरासत सूची में इसे शामिल करना हमारी संस्कृति की सुंदरता और लचीलेपन के लिए एक सम्मान है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अपने गरबा के वैश्विक मंच पर चमकने तथा अपनी छटा बिखेरने का यह गौरवशाली क्षण, हमें हमारी संस्कृति का और अधिक निष्ठापूर्वक प्रचार प्रसार करने तथा संरक्षित करने की हमारी जिम्मेदारी की भी याद दिलाता है।’’
भारत ने नवरात्रि उत्सव के दौरान पूरे गुजरात और देश के कई अन्य हिस्सों में आयोजित होने वाले गरबा को यूनेस्को की सूची में शामिल करने के लिए नामांकित किया था।