बिजनौर। बहसूमा से बिजनौर तक फोरलेन हाईवे का निर्माण मई के महीने में चालू कर दिया जाएगा। अप्रैल में ही भारत सरकार से निर्माण की एनओसी मिल जाएगी, इसकी सभी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। दरअसल हस्तिनापुर वन्य जीव अभयारण्य से हाईवे के गुजरने की वजह एनओसी के मिलने का इंतजार किया जा रहा था, सालों की जद्दोजहद के बाद कवायद धरातल पर उतरने वाली है।
मेरठ पौड़ी नेशनल हाईवे 119 को फोरलेन किया जा रहा है। पहले चरण में मेरठ से बहसूमा और बिजनौर से जलालाबाद तक फोरलेन किए जाने का काम अंतिम दौर में है। बिजनौर से जलालाबाद के बीच हाईवे बनकर तैयार हो चुका है। स्वाहेड़ी बाईपास और किरतपुर बाईपास भी वाहनों के लिए खोला जा चुका है।
अब दूसरे चरण में बहसूमा से बिजनौर तक करीब 40 किलोमीटर लंबी सड़क फोरलेन में तब्दील की जानी है। यूं तो इसका निर्माण भी पहले चरण के साथ-साथ ही किया जाना था, मगर हस्तिनापुर वन्य जीव अभयारण्य की वजह से एनओसी लेना जरूरी था। सालों से एनओसी की कवायद चल रही है। तमाम प्रयासों के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी का प्रयास रंग लाया है। सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। अप्रैल के महीने में एनओसी मिल जाएगी। जिसके बाद मई में फोरलेन का काम चालू कर दिया जाएगा। इसके साथ साथ बिजनौर में बाईपास का भी निर्माण होना है। बाईपास बन जाने की वजह से बिजनौर में चक्कर रोड पर वाहनों का दबाव नहीं रहेगा। बिजनौर बैराज के माउंट लिट्रा स्कूल के पास से बाईपास शुरू होकर नजीबाबाद मार्ग पर पेदा गांव के पास निकलेगा।
गंगा नदी पर बनेगा ढाई किलोमीटर लंबा पुल
फिलहाल बिजनौर बैराज से हाईवे का ट्रैफिक गुजर रहा है। उधर फोरलेन के प्रोजेक्ट में गंगा नदी पर पुल का निर्माण प्रस्तावित है। गंगा नदी पर करीब ढाई किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। बता दें कि ढाई किलोमीटर की इस दूरी में गंगा नदी का पुल समेत एलिवेटेड रोड भी शामिल है। पुल बनने के साथ ही बिजनौर बैराज से ट्रैफिक की आवाजाही बंद हो जाएगी।
करीब 2100 करोड़ रुपये आएगी लागत
बिजनौर से बहसूमा तक सड़क निर्माण पर करीब 1300 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जबकि सात सौ करोड़ से अधिक की रकम अधिग्रहण आदि पर खर्च किया जाना है। कुल 2100 करोड़ के करीब बजट इस प्रोजेक्ट पर खर्च किया जाना है। पिछले साल मार्च के महीने में 2135 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया था।
इसी महीने एनओसी मिलने की पूरी संभावना है। एनओसी के लिए प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया गया है। मई में फोरलेन का निर्माण चालू हो जाएगा। गंगा नदी पर ढाई किलोमीटर लंबा पुल बनेगा। – संतोष वाजपेयी, परियोजना निदेशक