– 1043 वर्ग किमी है महायोजना 2031 का क्षेत्रफल
– दस साल के लिए बनाई गई है महायोजना
– गांव भी महायोजना क्षेत्र 305 में हैं शामिल
– अभी महायोजना 2021 के तहत हो रहे कार्य
शारदा न्यूज, रिपोर्टर |
मेरठ। दस साल के विजन के साथ बनाई गई मेरठ महायोजना 2031 को शासन की समिति ने लखनऊ में सोमवार को प्रस्तुतीकरण देखने के बाद स्वीकृति दे दी है। इसके बाद इसे मुख्य सचिव को भेज दिया गया है। अब महायोजना को मुख्य सचिव कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। यदि मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी तो मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की ओर से दिसंबर के प्रथम सप्ताह तक इसे लागू कर दिया जाएगा।
महायोजना पर हाल ही में लखनऊ में विशेष सचिव आवास की अध्यक्षता वाली शासन की समिति की बैठक हुई थी। मेडा को उसमें कुछ नए बिंदुओं को शामिल करने का सुझाव दिया गया था। उन बिंदुओं को शामिल करने के बाद मेडा ने समिति को महायोजना भेजी। उसी के अंतर्गत फिर से मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने प्रस्तुतीकरण दिया। समिति ने महायोजना को स्वीकृति दे दी। समिति ने महायोजना का मानचित्र शासन के पास भेजने के लिए मेडा को निर्देश दिया है। मेडा उपाध्यक्ष ने बताया कि अब मुख्यमंत्री की मुहर लगते ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
वर्तमान में महायोजना 2021 लागू है। अभी इसी के अंतर्गत कार्य हो रहे हैं। इसका क्षेत्रफल लगभग पांच हजार वर्ग किमी है, जोकि मेरठ शहर के आसपास तक ही है। नई महायोजना में हस्तिनापुर, मवाना, सरधना, लावड़, बहसूमा, खरखौदा को भी शामिल किया गया है। इससे प्राधिकरण क्षेत्र का विस्तार लगभग दोगुना हो गया है।