– प्रियंका ने किया बापू की फोटो के साथ मार्च।
एजेंसी, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में वीबी-जी राम जी (VB – G RAM G) बिल पेश किया, जिसके बाद सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला। विपक्ष ने सरकार पर महात्मा गांधी का नाम योजना से हटाने का आरोप लगाते हुए तीखा विरोध दर्ज कराया।

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद के बाहर विरोध मार्च करते हुए कहा, ‘सच तो यह है कि योजना का नाम बदलने की आड़ में वे (केंद्र सरकार) इस योजना को खत्म करना चाहते हैं। वे इस योजना का नाम क्यों बदलना चाहते हैं? महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं।’
नया बिल संविधान की स्पिरिट के खिलाफ- प्रियंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘मनरेगा कानून की जगह जो नया बिल लाया गया है, उससे ग्रामीण वर्कर्स को काम का जो अधिकार मिला हुआ है, वह कमजोर होगा। यह बिल संविधान की स्पिरिट के खिलाफ है।’
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि इससे पंचायती राज कानून भी कमजोर होंगे, क्योंकि मनरेगा को लागू करने में ग्राम सभाओं की भूमिका घटाई जा रही है।’ उन्होंने वित्तीय ढांचे पर भी सवाल उठाते हुए कहा, ‘अब तक मनरेगा पर कुल खर्च का करीब 90 फीसदी केंद्र सरकार वहन करती थी, लेकिन नए बिल के तहत देश के ज्यादातर राज्यों में केंद्र सरकार सिर्फ 60 फीसदी खर्च करेगी।’ प्रियंका गांधी ने इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी में भेजने का अनुरोध किया है।
गांधी नाम हटाने पर शिवराज का जवाब
महात्मा गांधी का नाम हटाने के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जवाब देते हुए कहा, ‘बापू हमारे दिलों में बसते हैं। हम बापू का नाम हटाकर किसी का अनादर नहीं कर रहे।’ शिवराज सिंह चौहान ने उदाहरण देते हुए कहा, ‘पहले कांग्रेस जवाहर रोजगार योजना लाई थी, बाद में जवाहरलाल नेहरू का नाम हटा दिया गया। इसका मतलब यह नहीं कि कांग्रेस नेहरू का सम्मान नहीं करती।’
संसद हुई स्थगित तो बाहर प्रदर्शन करने लगे विपक्षी सांसद
लगातार हंगामे के चलते लोकसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद विपक्षी सांसद संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे।
सपा का विरोध
समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, ‘सपा इस बिल का पुरजोर विरोध करती है। इस बिल के जरिए केंद्र सरकार अपना बोझ कम कर रही है, जबकि राज्यों पर बोझ बढ़ाया जा रहा है।’
सुप्रिया सुले ने भी जताया कड़ा विरोध
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ‘नाम बदलने से कुछ नहीं होगा। हम बदलाव के विरोध में नहीं हैं, लेकिन बदलाव उचित होने चाहिए। उन्होंने बिल से महात्मा गांधी का नाम हटाने का विरोध करते हुए इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजने का अनुरोध किया।
शशि थरूर का शायराना विरोध
पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी संसद में बिल का विरोध किया। उन्होंने शायराना अंदाज़ में कहा, ‘देखो दीवानों ये काम ना करो, राम का नाम बदनाम मत करो।’ थरूर ने भी महात्मा गांधी का नाम योजना से हटाने पर आपत्ति जताई और बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजने की मांग का समर्थन किया।


