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Wednesday, December 3, 2025
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Homeउत्तर प्रदेशMeerutइन्फिनिट मॉल पर लटकी ध्वस्तीकरण की तलवार

इन्फिनिट मॉल पर लटकी ध्वस्तीकरण की तलवार

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– कैंट बोर्ड की जांच में मानचित्र के विपरीत पाए गए मॉलका हिस्सा होगा ध्वस्त।


शारदा रिपोर्टर मेरठ। कैंट के सदर बॉम्बे बाजार के चैपल स्ट्रीट स्थित बंगला नंबर-167 में निमार्णाधीन दी इन्फिनिट मॉल कैंट बोर्ड द्वारा स्वीकृत किए गए मानचित्र के विपरीत बनाया जा रहा है। यहां काफी बड़ा अवैध निर्माण पाया गया है। अवैध निर्माण पाए जाने के बाद कैंट बोर्ड ने मॉल के मालिक को नोटिस भेज दिया है और साथ ही स्वीकृत किए गए मानचित्र के विपरीत जो अवैध निर्माण कर लिया गया है। उसको ध्वस्त किए जाने के आदेश दिए गए हैं।

हालांकि अभी यह तय नहीं कि, अवैध किए गए निर्माण को कब तक ध्वस्त किया जाएगा। कब तक उस पर कैंट बोर्ड की जेसीबी चलेगा। अवैध बताकर जिस निर्माण को नोटिस देकर गिराने की बात कही गयी है। उसको कैंट बोर्ड का अमला ध्वस्त करेगा या फिर दिल्ली निवासी राजेश अग्रवाल स्वयं ही इसको ध्वस्त कर लेंगे। यहां सबसे महत्वपूर्ण ये है कि इस मॉल को लेकर जो मानचित्र कैंट बोर्ड ने स्वीकृत किया है। उसमें सिनेमा हाल का भी उल्लेख है, लेकिन अभी निमार्णाधीन द इन्फिनिट मॉल में सिनेमा हॉल की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है।

जानकारों का कहना है कि करीब 150 से लेकर 170 तक दुकानें जरूर यहां बनाने काम युद्ध स्तर पर जारी है। दरअसल में कैंट बोर्ड के टेक्निकल स्टॉफ ने इसका निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद जो रिपोर्ट सीईओ को दी गयी उसमें बताया गया है कि काफी बड़े हिस्से में मानचित्र के विपरीत निर्माण किया गया है। जिसके बाद ध्वस्तीकरण का नोटिस थमा दिया गया।

हालांकि नोटिस के खिलाफ कैंट बोर्ड में की गई अपील अभी लंबित है। दरअसल, कैंट सदर के चैपल स्ट्रीट स्थित बंगला में ब्रिटिश कॉल से पैलेस सिनेमा हुआ करता था। इसके बाहरी हिस्से में कुछ दुकानें पहले से है। साल 2008 में कैंट बोर्ड ने इस बंगले का मानचित्र स्वीकृत किया, लेकिन तकनीकि खामियां गिनाकर जिसमें बताया गया कि चेंज आॅफ परपज का मामला है।

रक्षा मंत्रालय ने कैंट बोर्ड द्वारा पास किए गए मानचित्र को निरस्त कर दिया। हालांकि राजेश अग्रवाल की ओर से रक्षा मंत्रालय को बताया गया कि यहां पहले से ही मसलन 1952 से पहले यानि करीब 30 साल पहले से सिनेमा हाल चल रहा है। दुकानें भी हैं। चेंज आॅफ परपज का मामला नहीं बनता है, लेकिन जब बात नहीं बनी तो बंगले के मालिक राजेश अग्रवाल ने इसको दिल्ली कोर्ट में चुनौती दी।

वहीं, कैंट बोर्ड ने अपना पक्ष रखा, जिसको खारिज कर दिया गया। इसके बाद कैंट बोर्ड के अफसर सुप्रीम कोर्ट में चले गए, वहां से भी निर्णय राजेश अग्रवाल के पक्ष में ही हुआ। इस प्रकरण को लेकर कैंट बोर्ड में विभागीय उठापटक काफी ज्यादा हो गयी थी। उसके बाद राजेश अग्रवाल ने कैंट बोर्ड में मानचित्र दाखिल किया। साल 2019 में मानचित्र पास कर दिया गया।

इसकी जब मियाद पूरी हो गयी तो राजेश अग्रवाल की ओर से बताया गया कि कोरोना के प्रभाव के चलते निर्माण नहीं कराया जा सका है। अत: अनुमति का एक्सटेंशन किया जाए। 2023 में एक और एक्सटेंशन दे दिया गया। यह मियाद जुलाई 2024 को पूरी हो गई।

कैंट बोर्ड से मानचित्र स्वीकृत कराकर बॉम्बे बाजार चैपल दी इन्फिनिट मॉल का निर्माण अपनी जगह ठीक है, लेकिन बड़ा सवाल यह कि इस मॉल में आने वाले जो लोग होंगे, अभी यहां के दुकानदारों की बात नहीं की जा रही है, जो करीब दो करोड़ कीमत की बताई दुकान खरीदकर यहां बैठेंगे, अभी केवल उनकी बात जो शॉपिंग के लिए द इन्फिनिट मॉल में आएंगे उनकी गाड़ियां कहां खड़ी होंगे। बॉम्बे बाजार, शिव चौक, आबूलेन, सदर बाजार, वेस्ट एंड रोड, सर्कुलर रोड ये सारे इलाके पहले से ओवर क्राउड हैं।

 

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