शारदा रिपोर्टर मेरठ। डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान सिर्फ औपचारिकता नजर आ रहा है। क्योंकि अभी भी यें बसें धडल्ले से सरकारी खजाने को चूना लगाते हुए दिल्ली से मेरठ और इसके आगे के रूट पर दौड़ रही हैं।
राजकीय परिवहन निगम को डग्गामार बसों से रोजाना लाखों रुपये का चूना लग रहा है। बस संचालकों की दबंगई इतनी है कि वह भैसाली बस अड्डे के सामने से ही सवारियां लेती हैं और उतारती हैं। लेकिन विभागीय अधिकारी जानकार भी इससे अनजान बने हुए हैं।
सूत्रों की मानें तो हर माह मोटी रकम विभागीय अधिकारियों को जाती है। जिसके चलते डग्गामार बसों के संचालक बिना किसी रोकटोक के दौड़ रहे हैं।