– प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने पत्रकार वार्ता में दी जानकारी
– विपक्षी दलों को बताया जाति और धर्मवाद से प्रेरित
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। प्रदेश के दुग्ध एवं पशुधन विकास मंत्री तथा मेरठ के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि अब निराश्रित गोवंश को लेकर सरकार ने नई योजना शुरू की है। गोशालाओं के अलावा यदि कोई व्यक्ति चार गोवंश गोद लेता है, तो उसे छह हजार रुपये माह पशुओं का भरण-पोषण भत्ता और उनके रहने के लिए शेड बनाकर दिया जाएगा। इसके साथ ही यदि निराश्रित गोवंश के हमले से किसी की मौत हो जाती है, तो उसके परिजनों को अब सरकार पांच लाख रुपये के बजाए दस लाख रुपये सहायता देगी।
बुधवार को विकास भवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए धर्मपाल सिंह ने शहर में बंदरों और कुत्तों के आतंक पर कहा कि ये समस्या वास्तव में गंभीर है। इसे लेकर जल्दी ही अभियान शुरू होगा। उन्होंने कहा कि कुत्तों की सिर्फ नसबंदी की जा सकती है, लेकिन उन्हें कहीं छोड़ा नहीं जा सकता। लेकिन बंदरों को पकड़वाकर वनों में भिजवाने की व्यवस्था जरूर कराई जाएगी। स्वच्छता सर्वेक्षण में मेरठ के पिछड़ने पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि वह इससे नाराज हैं और नगर निगम को इसे लेकर कड़े निर्देश दिए गए हैं। सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच कराने की बात भी प्रभारी मंत्री ने कही।
धर्मपाल सिंह ने अखिलेश यादव के एक बयान पर कहा कि राम मंदिर भाजपा की आस्था का प्रतीक है, चुनावी मुद्दा नहीं है। लेकिन विपक्ष जरूर राम का विरोध कर मुस्लिम वोटों को अपनी तरफ खींचने में लगा हुआ है। जबकि राम का विरोध अब मुस्लिम भी नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर सपा, बसपा और कांग्रेस आदि दल राजनीति कर रहे हैं। इन्हें पिछड़ा दलित की नहीं बल्कि मुस्लिम वोट की चिंता है।
प्रदेश सरकार के मंत्री ने कहा कि बेरोजगार युवा, किसान, महिला और युवा ये हमारे देश की चार बिरादरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं चार बिरादरियों को आगे लेकर चलने का संकल्प लिया है। किसी जाति-धर्म को लेकर नहीं।
इस दौरान उनके साथ जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा सहित भाजपा के जिला और महानगर पदाधिकारी मौजूद रहे।