शारदा रिपोर्टर मेरठ। बदलते मौसम और बढ़ते संक्रमण के चलते मौसमी और संक्रामक बीमारियों के मरीजों की संख्या में तेजी आई है। इसका सीधा असर अस्पतालों के ब्लड बैंकों पर पड़ा है।
डेंगू, टाइफाइड और वायरल फीवर के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण खून की मांग लगातार बढ़ रही है। इससे कई हॉस्पिटलों से रोजाना बड़ी मात्रा में ब्लड की मांग की जा रही है।
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक प्रभारी प्रिया गुप्ता ने बताया कि इन दिनों सबसे ज्यादा मांग बी और ओ ब्लड ग्रुप की हो रही है। इसके अलावा ए+ और ओ+ ग्रुप की भी डिमांड बढ़ी है। औसतन हर दिन करीब 60 यूनिट तक ब्लड मरीजों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।
मेरठ के अस्पतालों में भर्ती मरीजों में बड़ी संख्या डेंगू और अन्य वायरल बुखार से पीड़ित है। डेंगू मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी के कारण खून और प्लेटलेट्स दोनों की जरूरत पड़ रही है, जिससे ब्लड बैंक में यूनिट स्टॉक तेजी से घट रहा है।
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक प्रभारी ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यदि संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो खून की कमी का संकट खड़ा हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि स्वस्थ होने पर स्वैच्छिक रक्तदान करें, ताकि जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सके।



