एजेंसी, किश्तवाड़। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को पातल में दफन कर देंगे।
पीएम मोदी ने जो धारा-370 हटाई, वो अब इतिहास का पन्ना हो गई है। भारत के संविधान में अब धारा-370 के लिए कोई जगह नहीं रह गई है। जम्मू कश्मीर में अब दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे कभी नहीं हो सकते हैं। झंडा सिर्फ हमारा प्यारा तिरंगा होगा।जम्मू-कश्मीर का ये चुनाव स्पष्ट रूप से दो ताकतों के बीच है। एक ओर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस है और दूसरी ओर भाजपा है। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस कहती है कि अगर हमारी सरकार बनी तो धारा-370 को वापस लाएंगे।
पहाड़ियों और गुर्जर भाइयों को जो आज आरक्षण मिला है, वो धारा-370 के रहते नहीं मिल सकता था। जिस गठबंधन ने, नेहरू-गांधी व अब्दुल्ला परिवार ने यहां आतंकवाद फैलाया, वो फिर से आपका आर्शीवाद लेना चाहते हैं। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन हमेशा से आतंकवाद का पोषक रहा है। जब-जब घाटी में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की सरकार आई, तब-तब यहां आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। याद कीजिए 90 के दशक को मैं फारूक अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि आप यहां के मुख्यमंत्री थे, राजीव गांधी के साथ समझौता करके चुन कर आए। जब हमारी घाटी खून से लथपथ हो गईं तो आप कहां थे?
एक ओर वे लोग (नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस) आतंक से लैस जम्मू-कश्मीर बनाना चाहते हैं, तो दूसरी ओर पीएम मोदी विकसित कश्मीर बनाना चाहते हैं। धारा-370 हटने के बाद यहां की महिलाओं को जो आरक्षण मिला है, उसे वो (नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस) समाप्त करना चाहते हैं, तो वहीं मोदी जी महिलाओं के साथ गुर्जर, पहाड़ी, दलित और ओबीसी को भी आरक्षण का अधिकार देना चाहते हैं।
शाह ने कहा, 1990 की तरह आज भी प्रयास हो रहे हैं। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने यहां कुछ वादें किए हैं कि उनकी सरकार आएगी तो आतंकवादियों को छोड़ देंगे। मैं आज आप लोगों को कहता हूं कि ये नरेन्द्र मोदी सरकार है, किसी की हिम्मत नहीं है, भारत की भूमि पर आतंकवाद फैलाए।