मोहन के नाम का नशा करो सारी उमर नशे में गुजर जाएगी: साध्वी ऋतंभरा
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साध्वी ऋतंभरा ने कहा ”मोहन के नाम का नशा करो, सारी उमर नशे में गुजर जाएगी।”
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मेरठ अग्रसेन सेवा ट्रस्ट के आयोजन में पहुंची साध्वी ऋतंभरा ने किया वैश्य मेधावियों को सम्मानित।
शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मेरठ में वैश्य समाज के मेधावी विद्यार्थियों और युवाओं को साध्वी ऋतंभरा ने सम्मानित किया। वैश्य मेधावियों को सम्मानित करते हुए साध्वी ऋतंभरा ने युवाओं को जीवन दर्शन का ज्ञान दिया। साथ ही नशे के खिलाफ खड़े होकर आंदोलन चलाने को प्रेरित किया।
मेरठ के राधागोविंद मंडप में अग्रसेन सेवा ट्रस्ट की ओर से सम्मान समारोह आयोजित हुआ। समारोह की मुख्य अतिथि साध्वी ऋतंभरा रहीं। इस दौरान पूर्व आईएएस दीपक सिंघल भी आयोजन में बतौर अतिथि पहुंचे।
मेरठ पहुंचीं साध्वी ऋतम्भरा जी ने कहा कि समृद्धि से भीतर की दरिद्रता को खत्म कर सकते हैं। कहा कि जीवन का सत्य ये है कि जो मिला है वो कभी पास नहीं रहता। चलायमान जगत के मोह से मुक्त होकर काम करना है। कहा जीवन में बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ें तो शराब पीने की जरूरत नहीं पड़ेगी। परम उद्देश्य के नशे में डूबे तो किसी और की जरूरत नहीं पड़ेगी। नशे के खिलाफ बोलते हुए कहा कि जाम पर जाम पीने से क्या फायदा, रात को पीकर सुबह को उतर जाएगी, अपने मोहन से ऐसी नजर मिलाओ, सारी उमर नशे में गुजर जाएगी। ऋतम्भरा जी ने बच्चों को ज्ञानवर्धक बातें बताईं और आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा समृद्धि से भीतर की दरिद्रता को नहीं खत्म कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेहता हुआ पानी अपनी राह खुद बना लेता है।
संस्था के महामंत्री गिरीश बंसल ने अग्रवाल वंश और अग्रोहा राज्य के विषय में बताया। उन्होंने हरिद्वार में वात्सल्य ग्राम के विषय में भी बताया। कहा कि वात्सल्य ग्राम की तर्ज पर मेरठ में अग्रोहा ग्राम बसाने का एक सपना हमने देखा है। इस कार्य की रूपरेखा तेयार कर रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द इस रूपरेखा को साकार रूप मिलेगा।
मेरठ दिल्ली रोड में अग्रसेन महाराज और माता कुलदेवी का मंदिर बनवाएंगे। सामुदायिक भवन, गुरुकुल, गौशाला भी बनवाएंगे।
पूर्व आईएएस ने शेयर किए अनुभव विशिष्ट अतिथि पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने बताया कि सात साल मेरठ रहे। जीआईसी से पढ़कर इस स्थान पर पहुंचे। अग्रोहा का अयोध्या की तर्ज पर विकास कराया जाएगा। 40 साल में हमने क्या पाया क्या खोया देखना होगा। दुनिया में सर्वप्रथम सनातन धर्म है। विश्व में भारत की पहचान बनने लगी है। अग्रवाल समाज को ज्ञानकोष बनाना होगा।