मेरठ– चिकित्सा सेवा सलाहकार समिति के सदस्यों ने आरएमओ (अन्क्वालिफाइड) डाक्टरों को झोलाछाप बोलने और उनकी प्रैक्टिस का अधिकार छीने जाने के विरोध में जिलाधिकारी से धरना देने की चेतावनी दी।
बुधवार को चिकित्सा सेवा सलाहकार समिति शासनादेश के खिलाफ जिलाधिकारी से मिले और ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा कि करोड़ों आरएमओ (अन्क्वालिफाइड) डाक्टर इस पेशे से जुड़े है। ये डॉक्टर गांव व शहर में कम खर्च पर गरीब मरीजों का इलाज करते है। यदि इन आरएमओ (अन्क्वालिफाइड) डाक्टरों के क्लीनिक बंद करा दिए तो गरीब मरीज इलाज नहीं करा पाएंगे।
समिति के सदस्यों ने यह भी याद दिलाया कि इन डॉक्टरों की कोरोना काल की सेवाओं को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने प्रोत्साहित किया था। डॉक्टरों की समिति ने मांग की गरीबों के इलाज के लिए सरकार एमबीबीएस ने फ्री में इलाज कराए। यह भी मांग की कि डॉक्टरों की सेवाओं को झोलाछाप न बोला जाए। साथ ही यह चेतावनी दी कि इन आरएमओ (अन्क्वालिफाइट) डॉक्टर का काम बन्द होता है तो डॉक्टरों यह दल धरना देगा। इस दौरान समिति के सदस्य मौजूद रहे।