लखनऊ– राजस्व परिषद के कर्मचारी अब सफेद शर्ट व ब्लेजर में दिखाई देंगे। इन्हें शर्ट व ब्लेजर पर परिषद का प्रतीक चिह्न भी लगाना पड़ेगा। इस संदर्भ में परिषद की तरफ से लेखपाल, अमीन, राजस्व निरीक्षक व नायब तहसीलदारों को निर्देश जारी किए गए हैं।
नए ‘ड्रेस कोड’ का पालन करने से आसानी से यह पता चल सकेगा कि वह राजस्व परिषद के कर्मचारी हैं। परिषद के विशेष कार्याधिकारी सुनील कुमार झा ने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
निर्देश में कहा गया है कि राजस्व परिषद के प्रतीक चिह्न का प्रयोग राजस्व परिषद, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और उनके कार्यालयों के राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों की तरफ से कार्यालय के पत्राचार में इस्तेमाल होने वाले पत्र पर भी प्रतीक चिह्न का प्रयोग किया जा सकता है।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि प्रतीक चिह्न को मंडलायुक्त, जिलाधिकारी कार्यालयों व तहसीलों में भी लगाया जाए, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में पता चल सके।
साथ ही स्पष्ट किया है कि क्षेत्रों में जाने वाले कर्मचारी जैसे लेखपाल, अमीन व राजस्व निरीक्षक तथा नायब तहसीलदारों को शर्ट व ब्लेजर पर परिषद का प्रतीक चिह्न लगाना चाहिए, जिससे उनकी अलग पहचान बन सके।
इस बारे में परिषद के विशेष कार्याधिकारी ने बताया कि राजस्व परिषद का गठन 1831 में किया गया था। उसके बाद से परिषद का कोई प्रतीक चिह्न नहीं था। अगस्त में पहली बार परिषद का प्रतीक चिह्न बनाया गया है।