– ट्रांसफर के बाद भी 12 वार्डों की कमान, समाजसेवी बोले रिश्वतखोरी चरम पर।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। नगर निगम में तबादला आदेशों की अनदेखी और नियमों का उल्लंघन चरम पर है। सच संस्था के अध्यक्ष संदीप पहल ने यह आरोप लगाया है। इसका कारण है कि निगम में निर्माण विभाग के खए पदम सिंह का तबादला शासन की ओर से 3 जुलाई 2025 को मुरादाबाद किया जा चुका है। आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा गया था कि उन्हें वर्तमान तैनाती से तत्काल कार्यमुक्त कर नई तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करना है। इसके बावजूद नगर निगम ने उन्हें न तो रिलीव किया और न ही ट्रांसफर आदेश का पालन किया।
सच संस्था के अध्यक्ष संदीप पहल ने नगर निगम अधिकारियों पर तबादला आदेश की अवहेलना करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उल्टा नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने अवर अभियंता पदम सिंह को शहर के 12 वार्डों की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप दी।
इससे नगर निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने प्रमुख सचिव नगर विकास को पत्र भेजकर मामले की शिकायत की है। संदीप पहल ने बताया कि उप सचिव के निर्देश पर तीन माह पूर्व ही तबादला किया गया था, फिर भी निगम अधिकारियों ने आदेशों को नजरअंदाज किया।
शहरवासियों का कहना है कि यदि सरकारी आदेशों को ही गंभीरता से नहीं लिया जाएगा तो पारदर्शिता और जवाबदेही कैसे सुनिश्चित होगी? लोग मांग कर रहे हैं कि इस मामले की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और अवर अभियंता को तत्काल रिलीव किया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी शासन के स्पष्ट निदेर्शों का पालन नहीं कर रहे हैं तो यह न केवल कार्यप्रणाली पर सवाल है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का मामला भी है।