ढाका: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बारे में अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण, बांग्लादेश के मुख्य अभियोक्ता मुहम्मद ताजुल इस्लाम कहते हैं, “जांच प्रक्रिया चल रही है और मानवता के विरुद्ध अपराध दुनिया का सबसे जटिल मामला है और जांच प्रक्रिया भी जटिल है। हमें उम्मीद है कि अगले महीने के भीतर शेख हसीना के विरुद्ध कम से कम एक रिपोर्ट मुख्य अभियोक्ता के पास दाखिल हो जाएगी। शेख हसीना के विरुद्ध मानवता के विरुद्ध किए गए अपराध के आरोप हैं। हमने शेख हसीना के विरुद्ध दो मामले दर्ज किए हैं।
अभियोक्ता ने बताया कि एक मामला जुलाई और दूसरा अगस्त के नरसंहार के लिए है। जुलाई और अगस्त के महीनों के दौरान मानवता के विरुद्ध किए गए अपराध और दूसरा जबरन गायब किए जाने के मामले के साथ-साथ न्यायेतर हत्याओं आदि के मामले हैं। दोनों मामलों में जांच चल रही है और इन सभी दोषों के लिए कानून में सजा का वर्णन किया गया है। जो है मृत्युदंड, आजीवन कारावास और साथ ही अन्य दंड भी, इस मामले में अब न्यायाधिकरण न्यायालय सजा तय करेगा।”
20 छात्रों को मिलेगी मौत की सजा
बता दें कि बांग्लादेश में अपने ही साथी की हत्या के मामले में 20 छात्रों को मौत की सजा को ढाका हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा है। इन छात्रों ने साल 2019 में अपने साथी छात्र अबरार फहद की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी जिसके बाद उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। मृतक छात्र फहद ने उस समय की शेख हसीना सरकार के खिलाफ फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था। इसी पोस्ट को लेकर शेख हसीना की अवामी लीग के छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने फहद को पीट पीटकर मार डाला था। इस केस में निचली अदालत ने 2021 में आरोपी छात्रों को दोषी करार देते हुए मौत की सजा सुनाई थी। अब बांग्लादेश की हाईकोर्ट ने भी इस फैसले को बरकरार रखा है।