पहले चरण के मतदान के बाद मेरठ रहेगा सभी राजनीतिक पार्टियों का केंद्र
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए कल मतदान होगा। इसके बाद इन सीटों पर जहां महज चौपालों और बाजारों में हार जीत के आंकड़ों की बहस सुनाई देगी। लेकिन अगले ही दिन से मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत का केंद्र बन जाएगा। क्योंकि मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और बुलंदशहर में दूसरे चरण में मतदान होना है। ऐसे में शनिवार से यहां का सियासी पारा बढ़ जाएगा।
मेरठ में प्रचार की अगर बात करें तो अब भाजपा ही आगे है। भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां एक रैली को संबोधित कर चुके हैं, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज तक तीन बार इस सीट के प्रत्याशी के समर्थन में संवाद करने आ चुके हैं। इनके अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रिजेश पाठक भी यहां संवाद कर चुके हैं और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मीडिया को संबोधित कर चुके हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी महिलाओं से संवाद करके जा चुकी हैं।
जबकि बसपा और सपा की तरफ से अभी तक कोई बड़ा नेता यहां प्रचार के लिए नहीं आया है। दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी अपने स्थानीय नेताओं और समर्थकों के साथ जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाओं में लगे हुए हैं। हालांकि शनिवार को अखिलेश यादव और मंगलवार को मायावती की जनसभा मेरठ में प्रस्तावित हो चुकी है। ऐसे में साफ है कि शनिवार से सभी राजनीतिक दलों की तरफ से अब शब्दबाण तेज होंगे।
राहुल या प्रियंका इस पर है संशय
अखिलेश यादव 20अप्रैल को मेरठ में जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं। लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उनके साथ इस जनसभा में कांग्रेस से राहुल गांधी या प्रियंका गांधी में से कौन आएगा। लेकिन चर्चा है कि आम आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह इस जनसभा में जरूर रहेंगे।