एजेंसी नई दिल्ली। राष्ट्रपति की ओर से एनडीए को सरकार गठन के लिए आमंत्रण मिलने के साथ नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इसी के साथ राजधानी दिल्ली की सियासी सड़कों से लेकर देशभर के सियासी दलों तक हलचल है कि पीएम मोदी की सेना में बतौर कैबिनेट कौन-कौन शामिल हो रहा है। रविवार को दिनभर महाराष्ट्र से लगातार अलग-अलग खबरें आती रहीं।
गठबंधन में मतभेद तक की बात सामने आई, लेकिन अब सब ठीक है। मामला क्लियर हो गया है. एनसीपी (अजित पवार) ने खुद आगे आकर कहा है कि वह फिलहाल मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो रहे हैं। बता दें कि एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद दिए जाने की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया है।
बता दें कि, बीजेपी के तमाम सहयोगी दलों के दिग्गजों को मंत्री पद की शपथ के के लिए फोन जा चुका है। जिनके पास फोन आया है, उन्होंने प्रधानमंत्री आवास पर नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी कर ली है। इस बीच खबर आई थी कि एनडीए की सहयोगी एनसीपी में कैबिनेट मंत्री के पद को लेकर घमासान शुरू हो गया है। हालांकि रविवार शाम को स्थिति स्पष्ट हो गई।
हालांकि, रविवार शाम को सामने आया कि एनसीपी में आपसी मतभेद नहीं था, बल्कि वह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के पद के बजाय केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री पद चाह रहे थे।
इस बार में मीडिया को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि, हमें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के बारे में सूचना मिली लेकिन प्रफुल्ल पटेल खुद भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री पहले रह चुके हैं। हमें खुशी है कि उन्होंने हमें सूचना दी लेकिन उनके लिए यह पद लेना थोड़ा कठिन है।