शारदा रिपोर्टर मेरठ। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी की कार ट्रैफिक पुलिस द्वारा जबरन ले जाने के विरोध में सपा और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गए।
इस दौरान उन्होंने इसे पुलिस का उत्पीड़न बताया और जिला अध्यक्ष की कार को तुरंत छोड़ने की मांग की। वहीं, हंगामा बढ़ता देख एसडीएम बृजेश सिंह मौके पर पहुंचे और एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा से फोन पर बातचीत की। इसके बाद जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी की गाड़ी को छोड़ दिया गया। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
दरअसल बुधवार को समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी और आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी अपने कार्यकतार्ओं के साथ किसी काम से कचहरी में आए हुए थे। लेकिन काम निपटाना के बाद जब वह वापिस किर के पास पहुंचे तो उनकी कार गायब थी। विपिन चौधरी को ऐसा लगा जैसे उनकी कार चोरी हो गई हो।लेकिन, जब विपिन चौधरी ने कार के बारे में आसपास खड़े लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि, उनकी किर को ट्रैफिक पुलिस कर्मी ले गए हैं। इसके बाद वह आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
इस दौरान उन्होंने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस जबरन उनका उत्पीड़न कर रही है। जबकि, कार को उन्होंने सड़क के एक साइड में खड़ा किया हुआ था। वहीं, हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम बृजेश सिंह पहुंचे और धरने पर बैठे विपिन चौधरी और अंकुश चौधरी से बात की। इस दौरान जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी ने साफ कहा कि, जब तक उनकी कार वापिस नहीं मिल जाती, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। इसके बाद एसडीएम बृजेश सिंह ने एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा से फोन पर बात की और उनकी कार को छोड़ने के लिए कहा। इसके बाद विपिन चौधरी की कार को छोड़ दिया गया। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।