मेरठ। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा की रिमांड का आज आखिरी दिन है। एसटीएफ उससे लगातार पूछताछ कर रही है लेकिन वह इतना शातिर है कि बहुत से राज अभी भी छिपा रहा है। वहीं, एसटीएफ नौ आरोपियों को शिक्षा माफिया घोषित करने की तैयारी में है। इसको लेकर संबंधित जनपद पुलिस से आरोपियों की संपत्तियों की जानकारी मांगी गई है।
पेपर लीक मामले का आरोपी राजीव नयन मिश्रा कितना शातिर है, इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि उसका मोबाइल अभी तक बरामद नहीं हो पाया है। एसटीएफ टीम को उसने मोबाइल प्रयागराज में रखा होने की जानकारी दी थी लेकिन टीम उसे लेकर वहां पहुंची तो कुछ नहीं मिला। एसटीएफ को कोर्ट ने राजीव नयन को 12 अप्रैल तक रिमांड दी थी।
वहीं, पेपर लीक मामले में एसटीएफ को अब दूसरे आरोपी रवि अत्री निवासी नीमका जेवर गौतमबुद्धनगर की रिमांड का इंतजार है। रवि अत्रि ने गिरफ्तारी के बाद कई दूसरे आरोपियों के नाम भी बताए थे, एसटीएफ उनकी भी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
इसके अलावा दिल्ली पुलिस का सिपाही विक्रम पहल भी पेपर लीक कांड में अहम सबूत दे सकता है, उसकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले में ईडी को आरोपियों की संपत्ति की जांच के लिए लगाया जा सकता है।
वहीं, पूरे मामले की विवेचना पुलिस से हटाकर एसटीएफ को दी गई थी। ऐसे में एसटीएफ को आरोपियों के खिलाफ मजबूत चार्जशीट दाखिल करनी है। इसको लेकर टीम सबूत जुटा रही है। इसको लेकर गुरुग्राम के नेचर वैली रिसॉर्ट और रीवा के शिव महाशक्ति रिसॉर्ट की वीडियो फुटेज भी निकलवाए हैं। इसके साथ ही अहमदाबाद की ट्रांसपोर्ट कंपनी टीएसआई के कर्मचारियों के रिमांड पर लेने के बाद दर्ज किए गए वीडियो रिकॉर्ड बयानों को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया जा रहा है।