एजेंसी, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले और 26 लोगों की बेरहमी से हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। दोनों देशों की सेनाओं पूरी अलर्ट मोड पर हैं जिस कारण क्षेत्र में बड़े युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत-पाक के बीच तनाव पर बंद कमरे में चर्चा की है। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में पाकिस्तान को पहलगाम आतंकी हमले के मुद्दे पर काफी लताड़ लगाई गई है।
खबर फटाफट: 6 May 2025 | News Bulletin || Sharda Express
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आज हुई गैर-आधिकारिक बैठक में पाकिस्तान से कड़े सवाल पूछे गए। सदस्यों ने पाकिस्तान के ‘झूठे आरोपों’ को खारिज करते हुए पूछा कि क्या लश्कर-ए-तैयबा हमले में शामिल था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई और जवाबदेही की जरूरत पर जोर दिया गया। कुछ सदस्यों ने पर्यटकों को उनके धार्मिक विश्वास के आधार पर निशाना बनाने की बात उठाई।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कई देशों ने पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षणों और परमाणु बयानबाजी को तनाव बढ़ाने वाला बताया। पाकिस्तान की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की कोशिश नाकाम रही। सूत्रों के मुताबिक, परिषद ने पाकिस्तान को भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझाने की सलाह दी।
कई सदस्यों ने चिंता व्यक्त की कि पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षण और परमाणु बयानबाजी तनाव बढ़ाने वाले कारक थे। वहीं स्थिति का अंतरराष्ट्रीयकरण करने के पाकिस्तान के प्रयास भी विफल रहे। पाकिस्तान को भारत के साथ द्विपक्षीय रूप से मुद्दों को सुलझाने की सलाह दी गई।
यूएनएससी की यह बैठक पाकिस्तान ने ही बुलाई थी उसका मकसद था कि भारत के साथ उसके चल रहे टकराव का अंतरराष्ट्रीयकरण हो जाए लेकिन मीटिंग में ऐसा कुछ नहीं हुआ। ये मीटिंग बेनतीजा ही रही, मीटिंग में सभी सदस्य देशों ने पाकिस्तान को सलाह दी कि उन्हें भारत के साथ द्विपक्षीय रूप से मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत करनी चाहिए।