– पहले डोमेस्टिक और कार्गो फ्लाइट शुरू होगी, 25 जून तक इंटरनेशनल उड़ान
नोएडा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 15 मई को डोमेस्टिक और कार्गो फ्लाइट, 15 जून से 25 जून के बीच इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हो सकती है। ये जानकारी नोएडा एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड के उएड अरुण वीर सिंह ने दी। मंगलवार शाम एयरपोर्ट की निर्माण कंपनी के अफसरों, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) और नोएडा एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड (नायल) के अफसरों के बीच बैठक में ये तय हुआ।
हालांकि, तीन दिन बाद यापल और नायल के अधिकारियों के बीच एक और बैठक होगी। इसमें पूरा प्रजेंटेशन दिखाया जाएगा। उसके बाद फाइनल तारीख तय की जाएगी। हाल ही में सीएम योगी ने बैठक में अफसरों को काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे। निर्माण कार्य जल्द पूरा हो, इसके लिए 8500 मजदूर लगाए गए हैं।
15 मई तक एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की संभावना
अरुण वीर सिंह ने बताया- 15 मई तक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से एयरोड्रम लाइसेंस यानी उड़ान की परमिशन मिलने की संभावना है। इसके मिलते ही डोमेस्टिक और कार्गो सेवा शुरू की जाएगी। नेविगेशन, कम्युनिकेशन और सर्विलांस ये तीनों महत्वपूर्ण हैं। इन तीनों का काम चला रहा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल यानी एटीसी के लिए कुछ कमरे बनाए जाने हैं। ये एयरकंडीशन होंगे। वो इसलिए क्योंकि एटीसी टावर में लगाए जाने वाले उपकरणों में डस्ट नहीं आनी चाहिए। सारे इक्यूपमेंट आ चुके है। 31 मार्च तक एटीसी टावर में ग्लास इंस्टालेशन का काम पूरा करने के निर्देश हैं।
20 अप्रैल तक एटीसी टावर में नेवीगेशन सिस्टम पूरी तरह से इंस्टॉल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग में डिले है, लेकिन अच्छी बात ये है कि डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों का लेवल अलग-अलग है। छह एयरो ब्रिज और चार बस गेट के साथ डोमेस्टिक और कार्गो को शुरू किया जाएगा। हालांकि, 10 एयरोब्रिज के साथ शुरू करना था।
पहले दिन से 150 बसों का संचालन
संचालन के पहले दिन ही यमुना विकास प्राधिकरण की ओर से 150 बस यात्रियों के लिए चलाई जाएंगी। इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से भी 150 बसों का संचालन उड़ान शुरू होने के साथ शुरू होगा। इससे यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी होगी।
एयरपोर्ट पर अब तक क्या बनकर तैयार हुआ
– रनवे का काम पूरा कर लिया गया है।
– कार्गो पूरी तरह से तैयार है।
– आॅयल पेट्रोल पंप तैयार है, सपोर्ट सिस्टम तैयार है।
– एयरपोर्ट टर्मिनल का 80% काम पूरा हो पाया है।
– अप्रैल 2025 तक पैसेंजर बिल्डिंग का काम पूरा हो पाना संभव नहीं है। वर्तमान में स्टील फ्रेमिंग और फिनिशिंग का काम चल रहा है।
– एयरसाइड का काम लगभग 90% पूरा हो पाया है।
– वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण काम अभी करीब 40% पूरा हो पाया है।
– सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण काम करीब 43% ही पूरा हुआ है, वह भी अप्रैल में पूरा हो पाएगा।
एक अधिकारी ने बताया कि कोरोनाकाल के दौरान 29 सितंबर 2021 को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम यापल को दिया गया था। करीब दो महीने बाद 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में इसका शिलान्यास किया। 15 जून 2022 को एयरपोर्ट का प्रथम चरण के तहत 1334 हेक्टेयर में निर्माण काम शुरू हो गया। पहले चरण में 3900 मीटर लंबा पहला रनवे और एक टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी को पूरा किया जाना था।
यापल पर रोजाना 10 लाख रुपए जुर्माना
पहले चरण के तहत विमान सेवा शुरू करने के लिए 29 सितंबर 2024 की तिथि तय की गई थी। लेकिन, उड़ान तय समय से शुरू नहीं हो सकी। एग्रीमेंट के तहत उड़ान में देरी पर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) पर रोजाना 10 लाख रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है। ये जुमार्ना सितंबर से लगाया जा रहा था। निर्माण काम कोविड में शुरू किया गया। ऐसे में 3 महीने का रिलीज दिया गया है। ये जुर्माना एयरपोर्ट के संचालन तक लगाया जाएगा।
संचालन के 45 दिन पहले सुरक्षा संभालनी होगी
टर्मिनल बिल्डिंग का काफी काम अधूरा है, ऐसे में एयरपोर्ट के संचालन के पहले दिन से सिर्फ घरेलू और कार्गो फ्लाइट की शुरू हो पाएगी। इसके दो महीने बाद से इंटरनेशनल सेवा शुरू हो सकती है। अधूरी टर्मिनल के चलते एक साथ सभी प्रकार की विमान सेवा शुरू करना मुश्किल है। वहीं, सीआईएसएफ और पुलिस कर्मियों को भी संचालन की तिथि निर्धारित होने के 45 दिन पहले एयरपोर्ट पर पहुंचकर कमान संभालनी होगी।