प्रदेश में केवल मेरठ में ही सेवाएं समाप्त करने का आरोप।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने अपनी सेवाएं जारी रखने की मांग की हैं। संविदाकर्मियों का कहना है कि प्रदेश के अन्य जिलों में कार्यरत कर्मचारियों को दो माह का सेवा विस्तार दिया गया है, जबकि मेरठ में उनकी सेवाएं समाप्त की जा रही हैं। ऐसे में उनके सामने
परिवार के भरण-पोषण की समस्या हो गई है।
जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सौंपे गए ज्ञापन में संविदाकर्मियों ने कहा कि कोविड काल के दौरान से वे सभी अपना कार्य पूर्ण निष्ठा एवं सजगता से निरन्तर कर रहे हैं। कोविड काल में जब हर कोई घर से बाहर निकलने से डरता था तब हमने घर-घर जाकर, सड़कों पर, रेलवे स्टेशन इत्यादि जगह पर सैंपलिंग की। उस दौर में कुछ साथियों ने अपनी जान भी गवां दी थी। संविदाकर्मियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के समस्त जनपद में तैनात कर्मियों को 2 माह का सेवा विस्तार दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के 74 जिलों में सभी कोविड साथी काम भी कर रहे हैं। किसी भी जिले में कोविड 19 कर्मचारियों को नौकरी पर जाने के लिए मना नहीं किया गया, लेकिन मेरठ में इसके विपरीत कार्य हो रहा है।
संविदाकर्मियों का कहना है कि अचानक रोजगार पर संकट आने से उनके समक्ष भरण-पोषण की समस्या हो गई है। कर्मचारियों ने शासन और प्रशासन को पत्र भेजकर स्वास्थ्य विभाग में अन्य पदों पर तैनात करने की मांग की है।