- बंगाली विवाहित महिलाओं ने निर्जला उपवास कर नारियल और तिल के लड्डू बनाएं।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बंगाली दुगार्बाड़ी समिति मेरठ में षष्टी पूजा का आयोजन किया गया। मां के साज शृंगार के साथ साथ कलश स्थापना की गई। मां के आगमन पर बंगाली विवाहित महिलाओं ने निर्जला उपवास कर नारियल और तिल के लड्डू बनाएं।
समिति के पूजा सचिव नोबेन्दु राय चौधरी ने बताया कि यह बंगाल की पुरानी परंपरा है किसी भी शुभ अवसर पर नारियल के लड्डू बनाए जाते हैं। बंगाल में ऐसी मान्यता है कि शारदीय नवरात्रों में मां दुर्गा ससुराल से अपने मायके संपूर्ण परिवार के साथ घूमने आई है, जिसका उत्सव संपूर्ण बंगाल एवं सभी बंगाली समाज के सदस्यों द्वारा हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है।
संध्या काल में मां की प्राण प्रतिष्ठा की गई। सोसायटी द्वारा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। मां के आह्वान हेतु आगोमोनी कार्यक्रम में विभिन्न बंगाली महिलाओं ने सामूहिक प्रस्तुति की।
दृष्टि बैनर्जी, सृष्टि हालदार, छंदा घोष, पापिया सान्याल ने अपने नृत्य और गायन प्रदर्शनी से दर्शकों का मन मोह लिया। बंगाली दुगार्बाड़ी समिति की इकाई फ्रेंड्स यूनियन ड्रामाटिक क्लब द्वारा अपनी वार्षिक पत्रिका का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर सोसायटी के अध्यक्ष असित कुमार सूर, प्रधान सचिव अभय मुखर्जी, पूर्व अध्यक्षा पापिया सान्याल, दुगार्बाड़ी ए. बी. गर्ल्स इंटर कॉलेज के अध्यक्ष डॉ. सुब्रोतो सेन, एफ.यू.डी.सी. सचिव रिंकू नियोगी के अलावा अजय मुखर्जी, प्रदीप मुखर्जी, अमिताभ मुखर्जी, मोहिनी मुखर्जी, सत्यजीत मुखर्जी, अपूर्वा मुखर्जी, गोविन्द बिस्वास, मैत्री दास, लिपिका चौधरी, उज्जवल, अल्पना चक्रवर्ती आदि मौजूद रहे।