सीतापुर। दबंगों के कब्जे में सेना की ढाई एकड़ जमीन को बुलडोजर की मदद से कब्जामुक्त कराया गया। सड़क के किनारे सेना की जमीन पर लोग वर्षों से कब्जा किए हुए थे। जिसे खाली कराने के लिए सेना की तरफ से कई बार नोटिस भी भेजे गए, लेकिन दबंग जमीन को खाली नहीं कर रहे थे। जिसके बाद सेना के अधिकारियों सहित भारी संख्या में सैनिक महोली तहसील स्थित अपनी जमीन पर पहुंचे और राजस्व व और पंचायत कर्मियों के साथ मिलकर अवैध अतिक्रमण को हटवाया।
इस जमीन पर बने पक्के मकानों को भी बुलडोजर से तोड़ दिया गया। बताते दें कि महोली कोतवाली के सामने 100 बीघा से अधिक सेना की जमीन पड़ी हुई है, जो राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। इस जमीन पर पूर्व में लोगों के द्वारा बनाई गई झोपड़पट्टी और मकान कुछ साल पहले ध्वस्त कर दी गई थी और साथ ही करीब 10 बीघा जमीन पर अस्थाई अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी कर स्वयं हटा लेने की हिदायत दी गई थी। करीब छह महीने का समय बीत जाने के बाद सेना प्रबंधन विभाग के द्वारा जिला प्रशासन को जारी पत्र में मुनादी करने तथा अतिक्रमण हटाए जाने की सूचना प्रसारित करने को लिखा गया था। जिस संबंध में नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा तीन दिन में अतिक्रमण हटाने की मुनादी कराई गयी थी। लेकिन दबंगों के द्वारा सेना की जमीन से अपना कब्जा नहीं हटाया जा रहा था।
इसके बाद सेना का वाहन महोली पहुंचा और नगर पंचायत प्रशासन की जेसीबी के द्वारा स्थाई अतिक्रमण हटाने का काम किया गया। सैनिकों के साथ आए सेना आपदा प्रबन्धन के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व में दी गई सूचना के बावजूद अतिक्रमणकरियों ने जमीन से कब्जा नहीं हटाया, जिसके कारण धवस्तीकरण किया गया। इस दौरान उप जिलाधिकारी अभिनव यादव और राजस्व की टीम मौके पर मौजूद रही