• स्कूल प्रिंसिपल ने कारगिल विजय दिवस के महत्व को विस्तार से बताया,
  • बच्चों ने प्रस्तुत किए देश भक्ति से भरे सांस्कृतिक कार्यक्रम।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। 1999 में यही वह दिन था, जब भारत ने 60 दिनों के ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक समाप्त करते हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों से कारगिल की ऊंची चोटियों पर स्थित चौकियों पर कब्जा कर लिया था। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने जबरदस्त साहस दिखाया और पाकिस्तानियों से कारगिल चौकियों को वापस हासिल करने में अपनी बहादुरी का लोहा पूरे विश्व में मनवाया।

 

 

कारगिल युद्ध के दौरान देश का हर एक नागरिक हर एक बच्चा – बच्चा सीमा पर खड़े जवानों के लिए प्रार्थना करने में लगा था। आज हम यहां कारगिल युद्ध में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों की शहादत को नमन करने के लिए एकत्र हुए है। यह बाते भारत की युद्ध जीत को याद करने और देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए साहस और बलिदान के प्रतीक कारगिल के शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए महावीर इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कारगिल विजय दिवस’ कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए महावीर इंटरनेशनल स्कूल प्रिंसिपल नवीन कुमार शर्मा ने कही।

इस दौरान उन्होंने विस्तार के साथ छात्रों को कारगिल विजय दिवस के महत्व को समझाया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर भाषण देकर इस दिन को याद किया, देशभक्ति के गीत गाए और मनमोहक नृत्य प्रदर्शन से पूरे माहौल को देश भक्ति से भर दिया। इसके बाद युद्ध के प्रेरणादायक और भावनात्मक वीडियो दिखाए, जिससे हमें अपने सैनिकों और अपने देश पर गर्व महसूस हुआ।

इस दौरान महावीर इंटरनेशन स्कूल के समस्त शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर उन सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश को सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

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