कमलानगर निवासी दंपति की तिरुपति बालाजी जाते हुए सड़क दुघर्टना में हुई थी मौत।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। तिरुपति बालाजी जाते समय सड़क हादसे में मारे गए बेटे-बहु के शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घर के बाहर रूदन और चीखों की आवाज ने हर किसी को हिला दिया।
टीपीनगर के कमलानगर निवासी कृष्ण अवतार गोयल के घर बुधवार को आसमान टूट पड़ा। उनके बेटे आशीष (37) और आशीष की पत्नी ज्योति (36) अपने सात वर्षीय पुत्र शिवेन के साथ तिरूपति बालाजी दर्शन करने गए थे। फ्लाइट से बंगलूरू उतरने के बाद वह अपने मित्र की कार से तिरूपति बालाजी के लिए चले। लेकिन बालाजी से करीब 10 किमी पहले ही उनकी कार आगे चल रहे ट्रक के पीछे से साइड में घुस गई।
जिस समय दुघर्टना हुई आशीष और ज्योति आगे बैठे थे, जबकि पुत्र पीछे बैठा था। जिस कारण ज्योति और आशीष की मौके पर ही मौत हो गई और शिवेन गंभीर रूप से घायल हो गया। दुघर्टना की सूचना पर भाई वैभव सहित अन्य परिजन आंध्रप्रदेश पहुंचे। जहां से पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार दोपहर शव लेकर घर पहुंचे।
शव घर पहुंचते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया। बेटे और बहु के इंतजार में पिता और मां की अंखें पथरा गई थी। घर में हालात ऐसे थे कि कोई भी अपने को संभाल नहीं पा रहा था। मोहल्ले के लोगों ने किसी तरह सभी को संभाला। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शोक संवेदना व्यक्त करने व्यापारी के घर पर मौजूद रहे।