शारदा रिपोर्टर, मेरठ– राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. मीनाक्षी भराला ने अधिकारियों के साथ अपनी पहली ही परिचय बैठक में तेवर दिखा दिए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर सवाल खड़े कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने महिला थाना की एसओ को उनके व्यवहार को लेकर आ रही शिकायतों पर आड़े हाथों लिया।
डा. मीनाक्षी भराला ने मंगलवार को सर्किट हाउस में जनपदीय अधिकारियों के साथ परिचय बैठक की। उन्होंने इस बैठक में अधिकारियों से एक-एक सरकारी योजना की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ ही समाज कल्याण अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से कहा कि सरकार योजनाओं में खुले दिल से धन दे रही है, लेकिन ये योजनाएं धरातल पर नजर नहीं आ रही हैं। उन्होंने वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन के साथ ही विकलांग पेंशन को लेकर सवाल खड़े कर दिए। मीनाक्षी भराला ने कहा कि विभागीय अधिकारी लोगों के बीच जाएं, वहां पर कैंप लगाकर पेंशन के पात्र लोगों को उसका लाभ दिलाएं। ताकि सरकार के प्रति लोगों की सोच और ज्यादा प्रभावी हो सके।
डा. मीनाक्षी भराला ने बीएसए आशा चौधरी से परिषदीय विद्यालयों के शौचालयों की खस्ता हालत पर सवाल करते हुए कहा कि बालिकाओं को कितनी दिक्कत होती है? क्या इसके बारे में सोचा है। क्यों नहीं वहां की बदहाली दूर हो रही। उन्होंने कहा कि अगर अनुदान की कमी है, तो क्या विभाग की तरफ से शासन को पत्र भेजा गया। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम शिक्षा समिति में प्रधान और प्रधानाध्यापक तथा ग्राम पंचायत सचिव के आपसी समन्वय पर भी सवाल उठाए।