शारदा न्यूज़, मेरठ। लोक निर्माण विभाग, बलिया परिसर में आतंक का पर्याय बने हिस्ट्रीशीटर अपराधी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए परिसर में भयमुक्त वातावरण बनाने हेतु सुरक्षा प्रदान करने एवं भ्रष्टावार हेतु आरोपित, अव्यवहारिक एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले अधिशासी अभियन्ता के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग करते हुए पीडब्ल्यूडी कर्मियों ने धरना दिया।
बलिया में कुछ अपराधी प्रवृति के व्यक्तियों द्वारा विगत कई वर्षों से लगातार अधिशासी अभियंता सहायक अभियंता अवर अभियंता एवं अन्य कार्मिकों के साथ दुर्व्यवहार, मारपीट एवं शासकीय कार्य में ग्रधान डाला जा रहा है जिसके कारण लोक निर्माण विभाग परिसर जनपद बलिया में भय का वातावरण सारा है। बार बार अनुरोध करने के बावजूद जिला प्रहसन/पुलिस प्रशासन द्वाना अपेक्षित सहयोग प्रदान नहीं किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में अधिक तत्वों के विरुद्ध बैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए लोक निर्माण विभाग परिसर बलिया से भवमुक्त वातावरण बनाने हेतु सुरक्षा प्रदान किये जाने की नितान्त आवश्यकता है। जिसने बहीं के कार्मिक मनुक्त होकर विकास करों को सम्पादित कर सके।
इसी प्रकल प्रदेश के निर्माण छन्- लोनिकि लखीमपुर खेती के अधिशासी अभियन्ता द्वारा शाही रवैया अपनाते हुए रुपह के अवर अभियंता श्रेणी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ दुव्र्यवहार/अमर्यादित आचरण का प्रदर्शन एव अपीडन किया जा रहा है। ऐसे अधिशासी अभियन्ता के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने एवं खण्ड से हटाने हेतु अनुरोध किय गया था. सन्तु उनके विरुद्ध अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है। इसी क्रम में खण्ड-मुजफ्फरनगर के अधिशासी अभियन्ता के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने अनियताtओं एवं कार्मिकों का उत्पीडन करने एवं औरैया के अधिशासी अभियन्ता हेतु दबाव डालने एवं अवर अभियंताओं के विरूद्ध चरित्र पनिका खराब करने तथा उत्पीड़न करने के परिप्रेक्ष्य में शिकायत की नदी थी। परन्तु कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई। कई खण्डीय अभियन्ताओं का उत्पीडन भी किया जा रहा है।
इक धरने पर बैठे लोगों ने मांग करते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग, बलिया परिसर में आतंक का पर्याय बने हिस्ट्रीशीटर अपराधी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए परिसर में भयमुक्त वातावरण बनाने हेतु सुरक्षा प्रदान की जाय।
भ्रष्टाचार हेतु आरोपित अव्यवहारिक एवं अभद्रभाषा का प्रयोन करने वाले अधिशासी अभियंता के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए तत्काल मुख्यालय से सम्बद्ध किया जाय।खण्डीय अभियंताओं का उत्पीड़न बन्द किया जाय।