शारदा रिपोर्टर मेरठ। गंगा पुरम सोशल वेलफेयर सोसाइटी के दर्जनों लोगों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर डीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं के न होने की बात कहते हुए उन्हें उपलब्ध कराने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि गंगा पुरम कालोनी मवाना रोड मेरठ का ले आऊट 2005 में स्वीकृत किया गया था। लेकिन विकास प्राधिकरण के अधिकारीयों और बिल्डर द्वाए कालोनी में जो मुलभुत सुविधाएं सीवर लाइन, नालियां, सडक, पार्क, स्ट्रीट लाइटों को आजतक दुरुस्त नहीं कराया गया। जिसके चलते कालोनीवासियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि, सन 2017 में कमिश्नर प्रभात कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए विकास प्राधिकरण के अधिकारियो को वहां का निरीक्षण करने और कालोनी के रख-रखाव करने के निर्देश दिए थे। लेकिन कमिश्नर प्रभात कुमार के ट्रांसफर होने के बाद कालोनी वासियों के लिए कोई भी कार्य नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि, कालोनी के लोग पिछले दो वर्षों से उपाध्यक्ष की कार्य करने के लिए प्रार्थना पत्र देते रहे। लेकिन आशवासन के सिवाय कॉलोनी वासियों को आज तक कुछ नहीं मिला।
जिसके चलते कॉलोनी वासियों के मन में मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार गुस्सा पनप रहा है। कॉलोनी वासियों ने साफ कहा कि अगर उनकी समस्या का समय रहते निदान नहीं हुआ, तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।