इस बार नौचंदी मेले में आने वाले दुकानदार रहे परेशान, अधिकांश को हुआ घाटा।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। कांवड़ यात्रा के चलते एतिहासिक प्रांतीयकृत नौचंदी मेले का समापन मंगलवार को एक महीने से पहले ही हो गया। इसके चलते दुकानदारों और झूला स्वामियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। दुकानदारों का कहना है पहले तो मौसम की मार और अब मेले को चार दिन पहले ही खत्म करने से नुकसान उठाना पड़ रहा है।
हर साल की भांति नौचंदी मेले का उद्घाटन होली के बाद दूसरे रविवार को होता है। इसके बाद बुलंदशहर में लगने वाली नुमाइश की दुकानें नौचंदी मेले में आकर सज जाती हैं। इस बार भी मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने मेले का उद्घाटन विधिवत किया था। लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते मेला दो माह की देरी से 27 जून को शुरू हो सका। वहीं डीएम दीपक मीणा ने मेले के शुभारंभ पर ही कह दिया था कि कावड़ के चलते मेला 23 जुलाई तक चलेगा।
मेले में आने वाले दुकानदारों ने बताया कि प्रशासन की तरफ से किराए में कोई कमी नहीं की गई। चूंकि मेला करीब दो माह देरी से शुरू हुआ तो बरसात का मौसम भी आ गया। हालात ये रहे कि मेले में इस बार भीड़ न के बराबर आई। सुविधाएं भी पूर्व वर्षों की भांति नहीं मिली। प्रशासन की तरफ से सिर्फ मेला आयोजन की रस्म अदा की गई। लेकिन इन सबके चलते दुकानदार घाटे में चले गए। कई दुकानदारों ने तो कहा कि अगली बार यहां बहुत सोच समझ कर आएंगे।